मध्य प्रदेश के उत्तरी इलाकों और इससे सटे दक्षिणी उत्तर प्रदेश विशेषकर बुंदेलखंड क्षेत्र में लंबे समय से बारिश नहीं हुई है। बुंदेलखंड क्षेत्र को अधिकांश समय मुख्यतः शुष्क मौसम का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते वर्षा की कमी से अक्सर जूझते बुंदेलखंड क्षेत्र में गर्मियों में पानी की सबसे ज्यादा किल्लत लोगों को उठानी पड़ती है। कई बार सूखा बड़ी विभीषिका का कारण बन भी जाता है।
इस बीच बुंदेलखंड क्षेत्र के साथ-साथ इससे सटे उत्तरी और पूर्वी मध्य प्रदेश में अगले 48 घंटों के दौरान प्री-मॉनसून वर्षा होने के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हैं। इस समय एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र होते हुए दक्षिण भारत तक बन रही है। जिससे इन भागों में पर्याप्त मात्रा में नमी पहुंचेगी और अगले 2 दिनों के दौरान खासतौर पर 27 और 28 अप्रैल को कुछ स्थानों पर बारिश देखने को मिल सकती है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार कल प्री-मॉनसून हलचल मध्य प्रदेश के गुना, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, छतरपुर और उत्तर प्रदेश के झांसी, महोबा, उरई तथा आसपास में दिखेगी। कुछ स्थानों तेज धूल भरी हवाएं चलने और बादलों की गर्जना के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ राज्य के अन्य भागों में भी अगले दो दिनों के दौरान प्री-मॉनसून बारिश होने का अनुमान है।
[yuzo_related]
मध्य प्रदेश में बारिश का दायरा धीरे-धीरे पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी भागों में बढ़ेगा और रीवा, पन्ना, खजुराहो, जबलपुर, उमरिया में भी गरज के साथ वर्षा दर्ज की जाएगी। हालांकि इस दौरान इंदौर, उज्जैन और भोपाल सहित अधिकतर पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी भागों में मौसम शुष्क और गर्म ही बना रहेगा। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र और इससे सटे उत्तरी मध्य प्रदेश में इस समय तापमान सामान्य से ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है, गर्मी प्रचंड है और मौसम सूखा है। क्षेत्र के लिए अगले 2 दिनों के दौरान मौसम में आने वाला बदलाव अपने साथ कुछ राहत लेकर आएगा। बारिश की गतिविधियों से तापमान में हल्की गिरावट हो सकती है।
Image credit: WorldTravel Server
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।