गुजरात में पिछले कई दिनों से अनवरत बारिश हो रही है। पिछले 48 घंटों के दौरान, राज्य के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में भारी से अति भारी बारिश रिकॉर्ड की गई। जबकि, पूर्वी हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश देखी गई। इस समय राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिल रही है। साथ ही, तेज हवाओं का प्रभाव भी देखने को मिल रहा है।
गुजरात के उत्तरी भागों में बने चिन्हित निम्न दवाब क्षेत्र के कारण यह सभी मौसमी स्थितियां देखने को मिल रही है। पिछले 24 घंटों में यह सिस्टम पश्चिमी दिशा की ओर आगे बढ़ा था लेकिन इस समय यह मौसमी सिस्टम सौराष्ट्र और कच्छ के उत्तरी भागों पर देखा जा रहा है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अब यह सिस्टम पश्चिमी दिशा की ओर आगे बढ़ेगा तथा सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र से इसका प्रभाव लगभग ख़त्म हो जायेगा। मौसमी प्रणाली के शिफ्ट होने के कारण राज्य में बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे कम हो जाएगी।
हालांकि, सौराष्ट्र और कच्छ में कम से कम अगले 12 से 18 घंटों तक मध्यम से भारी तीव्रता के साथ मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। भारी बारिश के कारण पहले से ही राज्य के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। तीव्र बाढ़ की वजह से कृषि में भी नुकसान देखने को मिल रहा है।
राज्य के भुज,नलिया, द्वारका, कांडला, राजकोट, पोरबंदर, जामनगर और अमरेली में अगले 12 से 18 घंटे तक मध्यम से भारी बारिश देखने को मिलेगी तथा अगले 24 से 36 घंटों तक बाढ़ की स्थिति बने रहने के आसार हैं। इसके बाद, बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी और जिसके बाद, बाढ़ का पानी धीरे-धीरे घटने लगेंगे।
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शुक्रवार रात यानि 9 अगस्त को भारी बारिश के कारण 19 लोगों की जानें चली गई। जबकि, सौराष्ट्र और मध्य गुजरात के भागों में मूसलाधार बारिश के कारण शनिवार यानि 10 अगस्त को दिवार ढ़हने की वजह से 16 लोगों को मौत हो गई।
10 अगस्त तक के आंकड़ों के अनुसार, गुजरात में 25 प्रतिशत अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। वहीं, सौराष्ट्र और कच्छ में अभी भी 2 प्रतिशत बारिश की कमी है। आगामी संभवतः होने वाले बारिश के कारण हम उम्मीद करते हैं कि, यह दोनों क्षेत्र में बारिश की कमी से उभरेंगे।
Image Credit: DNA India
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