पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में बीते कुछ दिनों के शुष्क मौसम के बाद फिर से मौसम करवट लेने वाला है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों, बिहार और झारखंड में आगामी 17 से 19 मई के बीच कुछ जगहों पर अच्छी बारिश हो सकती है जिसके चलते इन भागों के तापमान में गिरावट आएगी और मौसम राहत भरा होगा। पूर्वी बिहार और इससे सटे भागों में काल बैसाखी का प्रभाव भी दिखाई दे सकता है।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून के आगमन का काउंट डाउन शुरू है और देश के सभी भागों में लोग मॉनसून का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। इस बीच मॉनसून 14 मई को अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह के दक्षिणी भागों में पहुँच गया और इसके आगे बढ़ने के लिए मौसमी परिदृश्य अनुकूल दिखाई दे रहा है। अनुमान है कि 27 से 30 मई के बीच यह भारत के मुख्य भू-भाग यानि केरल में दस्तक दे सकता है।
इसे भी पढ़ें: निकोबार से आगे बढ़ेगा मॉनसून, मध्य और उत्तर भारत में लू का प्रकोप
इससे पहले प्री-मॉनसून वर्षा की गतिविधियां भीषण गर्मी पर लगाम लगाती रहती हैं। पूर्वी भारत के राज्यों में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के तराई वाले पूर्वी जिलों में अगले कुछ दिनों में मौसम बदलेगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों से होते हुए पूर्वी राज्यों तक एक ट्रफ विकसित होने वाली है। इसके प्रभाव से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में 17 से 19 मई के बीच कुछ स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के उत्तर और पूर्वी क्षेत्रों को इस बारिश से फायदा होगा क्योंकि मौसम में बदलाव का असर तराई क्षेत्रों में ही अधिक रहने का अनुमान है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार गोरखपुर, बलिया, आजमगढ़, में 17 मई से गरज और धूलभरी हवाओं के साथ हल्की वर्षा दर्ज की जा सकती है।
इस दौरान बिहार की राजधानी पटना और झारखंड की राजधानी रांची सहित कई जिलों में वर्षा हो सकती है। गया, भागलपुर, धनबाद, अररिया, पूर्णिया और किशनगंज में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। बिहार के उत्तर-पूर्वी जिलों में प्री-मॉनसून वर्षा के साथ-साथ बादलों की तेज़ गर्जना और बिजली गिरने की आशंका बनी रहती है। आगामी मौसमी बदलाव के दौरान भी ऐसी मौसमी हलचलों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
Image credit: Yashnews
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।