[Hindi] चेन्नई में चक्रवात ‘नादा’ के चलते मूसलाधार बारिश के आसार

December 1, 2016 3:20 PM | Skymet Weather Team

बंगाल की खाड़ी में विकसित हुआ सिस्टम चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका है जो लगातार उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके संभावित खतरों को देखते हुए इस बात की आशंका है कि चेन्नई सहित तमिलनाडु के कई इलाकों में व्यापक रूप में बारिश दर्ज की जाएगी। खाड़ी में बना यह चक्रवात व्यापक असर दिखाएगा। चक्रवात ‘नादा’ बंगाल की खाड़ी में कल विकसित हुआ। इस समय यह चेन्नई के काफी करीब पहुंच चुका है।

स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 24 से 48 घंटों के दौरान चेन्नई में भीषण वर्षा होने की संभावना है। तेज हवाओं के साथ घने बादलों के बीच होने वाली बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। इसे पहले आप याद कर सकते हैं, वर्ष 2015 यही समय, जब लगभग समूचा चेन्नई भीषण बारिश के कारण संकट में पड़ा गया था। उस दौरान शहर में आने वाली सभी उड़ानें रद्द कर दी गई थीं, हवाई अड्डे बंद हो गए थे, सड़क और ट्रेन के रूट भी क्षतिग्रस्त हुए थे जिससे आवागमन के सभी माध्यम व्यापक रूप में प्रभावित थे।

आपको यह भी याद होगा कि कैब सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी ओला ने लोगों की मदद के लिए वहां पर ओला बोट्स उतारी थी ताकि लोगों को राहत पहुंचाई जा सके। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके। साथ ही अन्य नए स्टार्टअप्स ने भी लोगों की मदद के लिए नए तरीके आजमाए थे।

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ऐसी संभावित मौसमी परिस्थितियों से बचने के लिए उपयुक्त, आवश्यक और तत्परतापूर्ण कार्यवाही की तैयारी की कमी अभी भी बनी हुई है। कई करोड़ के ड्रेनेज प्रोजेक्ट फेल हो गए, क्योंकि उन्हें सूझबूझ के साथ लागू नहीं किया गया। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि चेन्नई की बारिश से मुकाबला करने के लिए सरकारी सिस्टम को जो तैयारियां करनी थी उसे करने में वह असफल रहा। जबकि भारतीय सशत्र सेना, वायु सेना और नौसेना के साथ राष्ट्रीय आपदा राहत बल के जवानों ने शहर के लोगों को बचाने के लिए जो भी संभव था वह सब किया।

इस बार हम आशा कर सकते हैं कि पुराने अनुभव से सरकारी तंत्र ने और स्थानीय नगर निकाय एजेंसियों ने कुछ सबक सीखा होगा। हम यह भी उम्मीद कर सकते हैं कि उपयुक्त तैयारी से चेन्नई के लोगों को भीषण बारिश से होने वाले नुकसान को कम किए जा सकेगा।

Image credit: The Hindu

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