बिहार बाढ़ से बिलख रहा है और ऐसे में बारिश का अंदेशा भी लोगों को भयभीत करता होगा। फिलहाल राहत की बात यह है कि बाढ़ प्रभावित उत्तरी जिलों में बारिश कम हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में मध्यम और कई जगहों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई है।
बुधवार की सुबह 8:30 बजे से बृहस्पतिवार की सुबह 8:30 बजे के बीच गया में 46 मिलीमीटर बारिश हुई। फोर्बसगंज में 27, छपरा में 11 और पटना में 4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। झारखंड के जमशेदपुर में 35, डाल्टनगंज में 26 और रांची में 22 मिलीमीटर बारिश हुई। दोनों राज्यों में अगले 3-4 दिनों के दौरान कई जगहों पर हल्की जबकि कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।
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स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार ओड़ीशा पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है साथ ही मॉनसून की अक्षीय रेखा भी बिहार और झारखंड से होते हुए गुज़र रही है। इन सिस्टमों के चलते अगले 3-4 दिनों तक व्यापक पूर्वी आर्द्र हवाएँ पहुंचेगी और बादल बनेंगे।
इस दौरान बिहार के दक्षिणी भागों में बारिश का प्रभाव अधिक रहेगा। पटना सहित गया, भागलपुर, किशनगंज, सुपौल, अररिया, पुर्णिया, मधुबनी, पूर्वी चंपारण सहित अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की जा सकती है। उत्तरी बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में, नेपाल में वर्षा के चलते बिहार की नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ सकता है। इस आशंका के मद्दे नज़र राज्य प्रशासन और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की ज़रूरत है।
झारखंड में 28 अगस्त तक कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। इस बारिश से राज्य में बाढ़ जैसी आशंका तो नहीं है लेकिन जमशेदपुर, डाल्टनगंज, हजारीबाग, रांची, सहित कुछ दक्षिणी इलाके भारी बारिश से जलमग्न हो सकते हैं।
Image credit: The telegraph
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