[Hindi] बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और असम में भारी वर्षा के आसार

June 6, 2016 1:33 PM | Skymet Weather Team

बिहार और झारखंड में बीते कई दिनों से बीच-बीच में एक-दो स्थानों पर बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही थीं। पश्चिम बंगाल में भी कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की जा रही थी। हल्की वर्षा के इस चक्र की वजह स्थानीय मौसमी परिवर्तन था क्योंकि इन भागों में बीते कुछ दिनों में कोई विशेष मौसमी सिस्टम नहीं बन रहा था।

आमतौर पर मॉनसून आने से पहले इन भागों के वातावरण में नमी का स्तर बढ़ जाता है जिससे दोपहर या शाम के समय स्थानीय मौसमी कारणों से बादलों की गर्जना या गरज के साथ हल्की वर्षा देखने को मिलती है। पूर्वी भारत के राज्यों में प्री-मॉनसूनी सीजन में इस समय हो रही कम बारिश के पीछे आंध्र प्रदेश के तटों के पास बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र को कारण माना जा रहा है। यह सिस्टम नम हवाओं को पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में जाने से रोक रहा और आर्द्र हवाएँ इसी चक्रवाती क्षेत्र के इर्द-गिर्द घूम रही हैं।

लेकिन इस समय परिस्थितियाँ बदल रही हैं और संभावना बन रही है कि बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में वर्षा बढ़ने के आसार हैं। बल्कि यह कहें कि इन राज्यों के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश पहले से ही शुरू हो चुकी है। उदाहरण के तौर पर रविवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान जलपाईगुड़ी में 51 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि उत्तरी लखीमपुर में 44.3 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।

आंध्र प्रदेश के तटों के पास बंगाल की खाड़ी में बना मौसमी सिस्टम तेलंगाना की ओर बढ़ेगा और धीरे-धीरे निष्प्रभावी हो जाएगा। जिससे खाड़ी से आर्द्र हवाएँ पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में पहुंचाना शुरू हो जाएंगी। इसके अलावा अगले 24 से 48 घंटों के दौरान बिहार और उससे सटे पश्चिम बंगाल पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो सकता है। इन बदलावों के चलते बिहार के पूर्वी भागों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और असम में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।

मॉनसून के संदर्भ में इन भागों के मौसम को देखें तो स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून समान्यतः जून के दूसरे सप्ताह तक दस्तक दे देता है। स्काइमेट का यह भी अनुमान है कि पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून इस वर्ष अपने तय समय पर दस्तक दे देगा।

Image credit: China.org.cn

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