एक ओर बिहार बाढ़ से परेशान तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में मॉनसून वर्षा अभी सामान्य से काफी पीछे है। अब तक हुई वर्षा पर नज़र डालें तो 1 जून से 23 अगस्त तक बिहार में सामान्य से 6 प्रतिशत अधिक 775 मिलीमीटर बारिश हुई है वहीं उत्तर प्रदेश के आंकड़े राज्य में सूखे जैसे हालात का संकेत करते हैं। इस वर्ष मॉनसून सीज़न में पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 20 फीसदी कम 507 मिलीमीटर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 36 प्रतिशत कम 356 मिलीमीटर बारिश अब तक हुई है।
उत्तर प्रदेश और बिहार पर अगले 2-3 दिनों तक कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। इस दौरान दोनों राज्यों में भारी बारिश की स्थितियाँ देखने को नहीं मिलेंगी क्योंकि ऐसा कोई प्रभावी सिस्टम इन राज्यों के आसपास नहीं है जो भारी वर्षा दे सके। भारी वर्षा ना होना बिहार के उत्तरी जिलों के लिए अच्छी खबर हो सकती है लेकिन उत्तर प्रदेश की मॉनसून वर्षा की प्यास अभी तक बुझी नहीं है। कृषि और किसान कम बारिश से परेशान हैं।
[yuzo_related]
उत्तर प्रदेश में बारिश के पूर्वानुमान की बात करें तो इस समय मॉनसून की अक्षीय रेखा पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों से होकर गुज़र रही है जिसके चलते उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान दक्षिण पूर्व में इलाहाबाद से लेकर कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, आगरा और मथुरा सहित अन्य भागों में भी कुछ समय के लिए अच्छी वर्षा देखने को मिल सकती है।
बिहार से मॉनसून की अक्षीय रेखा दूर है लेकिन लगातार चल रही पूर्वी आर्द्र हवाओं के प्रभाव से राज्य में कहीं-कहीं हल्की वर्षा जारी रहने की संभावना है। इस दौरान राज्य की राजधानी पटना सहित गया, भागलपुर, किशनगंज, सुपौल, अररिया, पुर्णिया, मधुबनी, पूर्वी चंपारण सहित अन्य हिस्सों में भी बादल छाए रहेंगे और हल्की वर्षा दर्ज की जा सकती है। एक-दो स्थानों पर मध्यम वर्षा के भी आसार हैं। इस बीच अगले कुछ दिनों के दौरान नेपाल के बिहार से सटे हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा के आसार हैं, जो बिहार के लिए चिंता की बात है। बिहार और उत्तर प्रदेश पर गरज और वर्षा वाले स्थानों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए चित्र पर क्लिक करें।
उत्तरी बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में, नेपाल में भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ेगा जिससे जल प्रलय में वृद्धि हो सकती है। हालांकि राज्य में अधिक बारिश ना होने से स्थिति को काबू में करने में मदद मिलेगी। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार नेपाल में 26 अगस्त तक अच्छी बारिश होगी। इस आशंका को देखते हुए राज्य प्रशासन और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
इस बीच अगले 2-3 दिनों में छत्तीसगढ़ और इससे सटे भागों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है जिसके चलते उत्तर प्रदेश से गुज़र रही मॉनसून की अक्षीय रेखा और दक्षिण में आ जाएगी और 28 अगस्त से दोनों राज्यों में बारिश कम हो जाएगी। हालांकि एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश जारी बनी रह सकती हा।
Image credit: Deccan Chronicle
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।