[Hindi] उत्तर प्रदेश व बिहार के तराई क्षेत्रों में अच्छी मॉनसूनी बारिश की संभावना

August 30, 2016 4:20 PM | Skymet Weather Team

उत्तर प्रदेश के तराई वाले भागों और बिहार में लंबे समय से अच्छी बारिश देखने को नहीं मिली है। इन दोनों राज्यों में कई ज़िले ऐसे हैं जहां लगभग एक पखवाड़े से विशेष बारिश नहीं हुई है। आमतौर पर मॉनसून सीजन में भी उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई क्षेत्रों में मैदानी भागों के मुक़ाबले अधिक बारिश दर्ज की जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई क्षेत्रों में अधिक समय तक रहती है और उत्तर में ऊंचे पहाड़ों के कारण इसका प्रभाव आगे नहीं जा पता परिणामस्वरूप तराई क्षेत्रों को अधिक बारिश मिलती है।

कम बारिश के बावजूद इन दोनों राज्यों के तराई क्षेत्रों में कई ज़िले बाढ़ जैसे हालत का सामना कर रहे हैं क्योंकि इन भागों में नेपाल की तरफ से पानी का प्रवाह बारिश के दिनों में व्यापक रूप में बढ़ गया है। स्काइमेट का अनुमान है कि इन भागों में जल्द ही अच्छी मॉनसून बारिश की गतिविधियां शुरू होंगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई क्षेत्रों में अगले 48 घंटों के दौरान अच्छी बारिश होने की संभावना है।

हाल के दिनों में बारिश नहीं होने के चलते बिहार के पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिलों में धान की फसल सूख रही है, जिससे किसानों में चिंता बनी हुई है। हालांकि आने वाले दिनों में अच्छी बारिश के रूप में बादलों से राहत बरस सकती है। आगामी बारिश के दौर से धान की फसल को बचाने में मदद मिलने की संभावना है।

कृषि विशेषज्ञों की मानें तो उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई क्षेत्रों में सूख रही धान की फसल के लिए आगामी बारिश का दौर अमृत के समान हो सकता है। उत्तर प्रदेश के बरेली, बहराइच, गोरखपुर और बिहार के सुपौल, पूर्वी चंपारण, भागलपुर और पुर्णिया जैसे जिलों में अच्छी वर्षा की संभावना बन रही है। मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय बीकानेर, गुना, मांडला और विशाखापत्तनम होते हुए बंगाल की खाड़ी में बनी हुई है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा धीरे-धीरे उत्तरवर्ती होगी जिसके चलते उत्तर प्रदेश और बिहार दोनों ही राज्यों के तराई में स्थित जिलों में अच्छी बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।

Image credit: The Hindu

कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।

 

OTHER LATEST STORIES