इस समय उत्तरी पाकिस्तान के पास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। रविवार की शाम से इसका प्रभाव उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर के भागों पर देखने को मिल सकता है। इन भागों में रविवार की शाम से कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां दर्ज की जाएँगी। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि सप्ताह की शुरुआत, यानि कि सोमवार को इन भागों में बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है। बारिश का प्रसार धीरे-धीरे समूचे जम्मू-कश्मीर तक हो जाएगा। हिमाचल प्रदेश के अधिकांश भागों और चंडीगढ़, गुरदासपुर तथा अमृतसर सहित उत्तरी पंजाब के क्षेत्रों में भी वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
हालांकि उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों पर होने वाली बारिश की मात्र और इसके दायरे के मुक़ाबले पंजाब में वर्षा कम होगी। 20 अक्तूबर को संभावना है कि पंजाब में मौसम शुष्क हो जाएगा जबकि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। वर्तमान मौसमी विश्लेषण के अनुसार उत्तर भारत के तीनों पर्वतीय राज्यों और उत्तरी पंजाब को प्रभावित करने के बाद यह पश्चिमी विक्षोभ 21 अक्तूबर तक उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे निकल जाएगा।
उत्तर भारत में पहुँचने वाले पश्चिमी विक्षोभ अगर अधिक प्रभावी होते हैं तो, देश की राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों में भी मौसम बदल जाता है और इन भागों में भी बारिश दर्ज की जाती है। हालांकि पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्र और उससे सटे उत्तर भारत के पास पहुंचा ये मौसमी सिस्टम इतना प्रभावशाली नहीं है कि पंजाब को छोडकर शेष मैदानी भागों में यह बारिश दे सके।
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