मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीते कई दिनों से मॉनसून सक्रिय है। अगले 2-3 दिनों तक दोनों राज्यों में अधिकांश स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। हालांकि बारिश का अधिक प्रभाव दोनों राज्यों के दक्षिणी भागों में ही देखने को मिल रहा था जबकि उत्तरी जिलों में सूखे जैसे हालात बने हुए थे। इस मॉनसून सीजन में मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में सामान्य से 29 प्रतिशत कम और पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 20 फीसदी कम मॉनसून वर्षा हुई है। छत्तीसगढ़ में भी सामान्य से 15 फीसदी कम बारिश हुई है। इस समय जारी बारिश से अनुमान है कि आंकड़ों में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा।
मध्य प्रदेश के जबलपुर, बालाघाट, दमोह, मांडला, सिवनी, खरगौन, खंडवा, इंदौर, बेतुल, होशंगाबाद, भोपाल और उज्जैन सहित आसपास के भागों में अगले दो दिनों तक अच्छी मॉनसून वर्षा जारी रहने की संभावना है। इन भागों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है। हालांकि यह वो इलाके हैं जहां पहले से ही मॉनसून वर्षा हो रही है। लेकिन बारिश का आगामी दौर राज्य के उत्तरी भागों में भी बारिश देगा। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार सागर, ग्वालियर और गुना सहित उत्तरी भागों में अधिकांश स्थानों पर अगले दो दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इन भागों में एक-दो स्थानों पर भारी मॉनसून वर्षा की भी संभावना है। छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग, भिलाई सहित अन्य उत्तरी और मध्य भागों में भी अगले 2-3 दिनों के दौरान अच्छी बारिश जारी रहने के आसार हैं। मध्य भारत के दोनों राज्यों में 21-22 से बारिश में कुछ कमी आने की संभावना है।
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मॉनसून 2017 में देश भर में कई इलाके ऐसे हैं जहां अब तक बारिश कम हुई है। मध्य भारत के इन दोनों राज्यों के आंकड़े देखें तो पूर्वी मध्य प्रदेश में सामान्य से 29 प्रतिशत कम 708.8 मिलीमीटर और पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 20 फीसदी कम 660.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इस तरह से छत्तीसगढ़ में भी बारिश में 15 फीसदी की कमी रही और 930.7 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई है।
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