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[Hindi] जतिन सिंह, एमडी स्काइमेट: इस सप्ताह फिर आ रहा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ, उत्तर भारत के पहाड़ों पर व्यापक बर्फबारी की आशंका | चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद समेत दक्षिण भारत में पूरे सप्ताह शुष्क मौसम संभावित

January 18, 2021 8:45 AM |

वर्ष 2021 के पहले महीने जनवरी के पहले पखवाड़े में तमिलनाडु सहित दक्षिण भारत के भागों में जहां व्यापक बारिश हुई है वहीं उत्तर भारत में पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक कड़ाके की सर्दी ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। 1 जनवरी से 17 जनवरी के बीच देश भर में बारिश सामान्य से 104% से अधिक है। लेकिन इस महीने की दूसरे पखवाड़े के दौरान बारिश के इन आंकड़ों में गिरावट होगी क्योंकि दक्षिण भारत के साथ-साथ देश के अधिकांश हिस्सों में इस दौरान मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है।

वर्ष 2020 में अच्छे मॉनसून के चलते विभिन्न राज्यों में 2020-21 में ग्रीष्मकालीन खाद्यान्न का उत्पादन लक्ष्य से अधिक हो गया है। केंद्र, राज्य सरकारों और भारतीय खाद्य निगम के बीच समझौता ज्ञापन के अनुसार केंद्र, राज्यों द्वारा खरीदे गए अतिरिक्त खाद्यान्न को केंद्रीय पूल में लेने के लिए बाध्य नहीं है। यह योगदान भारत सरकार द्वारा राज्यों के लिए आवंटित किए गए कुल कोटे तक तक सीमित होगा। यह देश भर के किसानों को समर्थन देने के लिए केंद्र सरकार की समान नीति के क्रम में है। यह कदम छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा धान खरीद को रोकने के फैसले के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार स्टॉक नहीं ले रही है। छत्तीसगढ़ विकेंद्रीकृत खरीद प्रणाली को अपनाने वाला राज्य है, जहां राज्य सरकार और उसकी एजेंसियां ​​भारत सरकार की टीपीडीएस (लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली) के विपरीत राज्य में चावल, गेहूं और मोटे अनाजों की खरीद, भंडारण और वितरण करती हैं। राज्य और उसकी एजेंसियों द्वारा खरीदे जाने वाले अतिरिक्त स्टॉक को केंद्रीय सरकार द्वारा आवंटित अधिकतम सीमा के अनुरूप केंद्रीय पूल में एफसीआई को सौंप दिया जाता है।

पिछले सप्ताह के विपरीत, इस सप्ताह के दौरान मौसमी गतिविधियां अलग होंगी। सप्ताहांत के मध्य से उत्तर भारत में मौसम बिगड़ने की आशंका है। लेकिन बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां अगले सप्ताह के आरंभ में ही बंद हो जाएंगी जिससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राजपथ पर आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस परेड के आयोजन में बारिश की कोई बढ़ा नहीं होगी। उससे पहले उत्तर भारत को सर्दी और कोहरे से संघर्ष करना होगा।

उत्तर भारत

पिछले सप्ताह से जारी शुष्क और भीषण सर्दी वाला मौसम इस सप्ताह मध्य तक जारी रहेगा। मध्य के बाद एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में आएगा, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई जगहों पर जबकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर 22 जनवरी से मौसम बदलेगा और बारिश की हलचल शुरू होगी। इस अवधि के दौरान जहां पहाड़ी राज्यों में बारिश और हिमपात होगा वहीं पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में गर्जना के साथ बारिश होने की उम्मीद है। पठानकोट, जालंधर, रोपड़, चंडीगढ़, पंचकुला, अंबाला और करनाल, यमुनानगर, मेरठ, मुजफ्फरनगर और बरेली में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें गिरने के अलावा ओलावृष्टि भी संभावित है। मौसम में यह बदलाव उत्तर भारत के राज्यों में सर्दी और शीतलहर से कुछ राहत दिलाएगा। लेकिन दिन के तापमान में गिरावट की संभावना है।

पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत

पूर्वी भारत में बिहार से लेकर झारखंड और पश्चिम बंगाल तक किसी उल्लेखनीय मौसमी गतिविधि की आशंका नहीं है। इन राज्यों में सर्दी पश्चिमी हवाएँ चलती रहेंगी जिससे सर्दी का प्रकोप और बढ़ सकता है। अरुणाचल प्रदेश, असम और नागालैंड में कुछ स्थानों पर इस सप्ताह बारिश की संभावना रहेगी जबकि शेष पूर्वोत्तर राज्यों में मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा।

मध्य भारत

इस सप्ताह गुजरात से लेकर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मौसम साफ होगा। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में इस सप्ताह के शुरुआती दिनों में आखिरी दिनों की तुलना में ठंडक ज़्यादा होगी। गुजरात और महाराष्ट्र में 22 से 24 जनवरी के बीच तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।

दक्षिण भारत

पिछले सप्ताह जहां तमिलनाडु के दक्षिणी तटीय भागों में जमकर बारिश हुई और कई इलाके जलमग्न होते रहे, वहीं इस सप्ताह पूरे क्षेत्र के लिए मौसम लगभग सूखा होगा। बारिश की गतिविधियां बंद होने के चलते तमिलनाडु और केरल में दिन का तापमान 2-3 डिग्री बढ़ जाएगा। दक्षिण भारत में अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान 30 डिग्री तक रहेगा, जिससे हल्की गर्मी और उमस का अनुभव किया जा सकता है। चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद समेत दक्षिण भारत के सभी प्रमुख शहरों में मौसम मुख्यतः शुष्क और साफ रहेगा।

दिल्ली एनसीआर

सामान्य से कम न्यूनतम तापमान के साथ सोमवार से शुक्रवार के बीच शीतलहर जैसी स्थितियाँ बनी रहेंगी। हवा की रफ्तार घने कोहरे को रोक सकती है लेकिन सर्दी का कहर और बढ़ सकता है। दिल्ली-एनसीआर में सप्ताह के आखिर में ठंड की स्थिति में बदलाव तब होगा जब 23 और 24 जवारी से हवाओं का रुख बदलेगा। इस दौरान आंशिक बादल दिल्ली के आसमान पर भी देखने को मिल सकते हैं।

चेन्नई

दक्षिण भारत के प्रमुख महानगर चेन्नई में इस सप्ताह मौसम शुष्क रहने वाला है। दिन का तापमान बढ़ते हुए 31-32 डिग्री के करीब पहुँच जाएगा जिससे दोपहर के समय गर्मी और उमस बढ़ सकती है।

दिल्ली प्रदूषण

पिछले 3-4 दिनों के दौरान हवा की रफ्तार में कमी आने के कारण दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण बढ़ा है। प्रदूषण में इस वृद्धि के लिए हवा में मौजूद अधिक नमी को भी जिम्मेदार माना सकता है। हाल के दिनों में सुबह के समय घना कोहरा भी भी देखने को मिला है।

इस सप्ताह 21 जनवरी तक प्रदूषण के स्तर में कमी आ सकती है क्योंकि हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है। लेकिन प्रदूषण का स्तर घटकर मॉडरेट श्रेणी में नहीं आएगा और यह अधिकांश स्थानों पर खराब श्रेणी में ही बना रहेगा।

Image credit: The Statesman

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