दिल्ली सहित उत्तर भारत के अधिकांश भागों में मौसम 3-4 दिनों से मुख्यतः शुष्क बना हुआ था। लेकिन इन भागों में बदलते मौसमी हालात से फिर से बारिश शुरू होने वाली है। इस समय जम्मू कश्मीर और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जो पूरब की तरफ बढ़ेगा और जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड तथा पंजाब को 24 जुलाई की शाम से प्रभावित करना शुरू करेगा।
इसी समय मध्य प्रदेश के भागों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी उत्तरवर्ती होकर दिल्ली तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर पहुंचेगा, जो पश्चिमी विक्षोभ के साथ मिलकर समूचे उत्तर भारत के मौसम को बदलेगा। इसके प्रभाव से उत्तर के पहाड़ी राज्यों के साथ-साथ हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी।
स्काइमेट के अनुसार इन भागों में 24 जुलाई की शाम से अच्छी बारिश शुरू होगी और अगले 2 दिनों तक बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।
वर्षा के इस नए दौर से दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में पारा 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा सकता है। इस समय दिल्ली, आगरा और बरेली जैसे शहरों में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर चल रहा है। इन स्थानों पर लोगों को बारिश का यह नया दौर गर्मी और उमस से राहत दिलाएगा और मौसम को सुहावना कर देगा।
जुलाई में 12 तारीख के बाद से उत्तर भारत में किसी विशेष मौसमी गतिविधि के अभाव में मौसम गरम और उमस भरा हो गया था। इन क्षेत्रों में स्थानीय मौसमी हलचल के प्रभाव से कुछ एक स्थानों पर ही बारिश दर्ज की जा रही थी, जिसकी तीव्रता और दायरा दोनों ही सीमित थे।
हालांकि उत्तर भारत में 2015 के मॉनसून सीजन में अब तक सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश हुई है। जम्मू कश्मीर में बारिश औसत से 53% अधिक हुई है। जबकि पंजाब और हरियाणा में सामान्य बारिश दर्ज की गई है।
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