[Hindi] सम्पूर्ण भारत का 1 अक्टूबर 2017 का मॉनसून पूर्वानुमान

September 30, 2017 12:05 PM | Skymet Weather Team

देश भर में बने मॉनसून सिस्टम

दक्षिण पश्चिम मॉनसून की वापसी की रेखा वर्तमान में नालिया, जोधपुर, हिसार और अमृतसर से गुजर रही है।

बांग्लादेश के दक्षिणी हिस्सों और गंगीय पश्चिम बंगाल के निकट एक चक्रवती सिस्टम प्रभाव में हैं।

पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में एक चक्रवती हवाओं का क्षेत्र देखा जाता है।

उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट से पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवती सिस्टम प्रभाव में है। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में इस प्रणाली से लेकर दक्षिण तटीय कर्नाटक तक एक ट्रफ रेखा देखि जा सकती है।

उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के आस-पास के हिस्सों पर चक्रवती हवाओं का क्षेत्र चिह्नित किया जा सकता है।

बीते 24 घंटों के दौरान मॉनसून का प्रदर्शन

पिछले 24 घंटों के दौरान, सिक्किम, उप-हिमालय पश्चिम बंगाल और ऊपरी असम, तटीय ओडिशा, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश पर व्यापक रूप से सक्रिय रहा।

शुक्रवार को 08:30 बजे से 24 घंटे के अंतराल में, गोलपारा में 290 मिमी बारिश दर्ज की गई, कूच बिहार में 139 मिमी, टूनी 89 मिमी और अंगुल ने 63 मिमी बारिश दर्ज की।

मॉनसून दक्षिण महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना पर सक्रिय रहा।

सामान्य मॉनसून की स्थिति देश के बाकी हिस्सों, ऊपरी असम, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और केरल, तमिलनाडु, रायलसीमा और बिहार के हिस्सों में देखी गई।

उत्तर पश्चिमी और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों पर शुष्क मौसम की स्थिति का सामना करना पड़ा।

[yuzo_related]

अगले 24 घंटों के दौरान मॉनसून का संभावित प्रदर्शन और वर्षा

पूर्वोत्तर अरब सागर, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के कुछ हिस्सों और जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों से दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।

उप-हिमालय पश्चिम बंगाल, निचला असम, सिक्किम और पूर्वी बिहार में मॉनसून के व्यापक से र्रोप से सक्रिय रह की संभावना है।

ओडिशा, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तरी तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उत्तरी तेलंगाना और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सक्रिय मानसून की संभावनाएं हैं।

इस बीच, पूर्वी और दक्षिणी राज्यों के शेष हिस्सों में सामान्य मानसून की स्थिति की उम्मीद है।

जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा।

कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।

 

OTHER LATEST STORIES