देश में सर्दियों की प्रतीक्षा अभी भी जारी है, लेकिन ऐसा लगता है जैसे घने कोहरे ने समय पर आकर अपने वक़्त के पाबंद होने का प्रमाण दिया है। सामान्यतः दिसम्बर की शुरुआत से ही गंगा के मैदानी वाले भागों में घना कोहरा छाने लगता है और इसकी बानगी बुधवार को देखने को मिली। मैदानों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्यों में भी सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा।
उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में सुबह के समय दृश्यता घटकर शून्य से भी नीचे आ गई थी जिससे रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ। दिल्ली में स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर थी जहां सुबह के समय दृश्यता 400 मीटर से नीचे नहीं गई।
बृहस्पतिवार को भी कई जगहों पर उड़ानों में देरी के आसार
बृहस्पतिवार को भी उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों से लेकर मध्य भागों तक और बिहार में घना कोहरा छाया रहेगा। हालांकि उत्तर भारत के राज्यों में कोहरे में अपेक्षाकृत कमी देखने को मिलेगी। देश के पूर्वी भागों में कोहरा से शुक्रवार कुछ कमी आने के आसार हैं। कोहरे के चलते गुरुवार को लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और अमृतसर में हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है। इन भागों में सुबह के समय दृश्यता घटने से कई उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों के साथ-साथ असम में हल्के से मध्यम जबकि मणिपुर में कुछ स्थानों पर मध्यम कोहरा छाया रहा। दिन चढ़ने के साथ कोहरे में कमी आई और धूप के लिए रास्ता साफ हुआ। हालांकि इन सभी भागों में हवा की गति काफी कम रहने के चलते दिन में भी वातावरण पूरी तरह से साफ नहीं हुआ और दिन में हल्की धुंध छाई रही।
बुधवार को उत्तर और पूर्वी राज्यों के प्रमुख शहरों में कोहरे के चलते घटी दृश्यता का विवरण: