पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली और आसपास के इलाके बीते कई दिनों से घने कोहरे और धुंध की चपेट में हैं। कोहरे के चलते उत्तर भारत के कई इलाकों में दृश्यता शून्य पर पहुँच गई थी। राजधानी दिल्ली और इससे सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भागों में भी सुबह के समय कोहरा और धुंध छाई रहने से दृश्यता में कमी आई और यातायात प्रभावित हुआ है।
सोमवार की सुबह अमृतसर, लुधियाना, अंबाला, पटियाला और श्रीगंगानगर में दृश्यता शून्य पर पहुँच गई थी। दिल्ली और मेरठ में दृश्यता घटते हुए 200 मीटर पर पहुँच गई थी जबकि हिसार में 80 मीटर दृश्यता रही। दृश्यता में कमी के चलते अनेक स्थानों पर सड़क दुर्घटनाओं की भी खबरें हैं। मीडिया खबरों के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग 1 पर अंबाला के पास कई वाहनों के आपस में टकराने से 6 लोग घायल हो गए।
[yuzo_related]
उत्तर प्रदेश के भी कई इलाकों में सुबह के समय कोहरा छाया रहा। हालांकि लखनऊ में 800 मीटर दृश्यता के साथ हालात बेहतर रहे। बीते दिनों नोएडा-आगरा एक्सप्रेस वे पर कोहरे के चलते अनेकों दुर्घटनाएँ हुई थीं। इनमें से एक दुर्घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत के हिमालयी भागों में एक पश्चिमी विक्षोभ पहुँचने वाला है जिसके प्रभाव से हवाओं के रुख में बदलाव आएगा और न्यूनतम तापमान बढ़ेगा जिससे 15-16 नवंबर को कोहरे में कमी देखने को मिलेगी।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जम्मू कश्मीर में आज रात से ही हल्की वर्षा शुरू हो सकती है। कल से पंजाब, हरियाणा के कुछ भागों और उत्तरी राजस्थान में भी बारिश की गतिविधियां शुरू होने की संभावना है। दिल्ली और आसपास के शहरों में 15 नवंबर को हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। बारिश की गतिविधियों के चलते उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में कोहरा कुछ समय के लिए छंट जाएगा।
इसी दौरान जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों पर बर्फबारी होने की भी संभावना है। बारिश बंद होने और पश्चिमी विक्षोभ के आगे निकलने के बाद पहाड़ों से होकर ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ फिर से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दस्तक देंगी। ठंडी हवाओं के प्रभाव से 17 नवंबर से न्यूनतम तापमान में कमी देखने को मिलेगी और घना कोहरा वापसी करेगा।
Image credit:
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।