उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में पिछले कुछ दिनों से कोहरे से राहत बनी हुई है। कड़ाके की ठंड, शीतल हवाएँ और उस पर दिन में खिली धूप से मौसम भी खुशनुमा बना हुआ है। रात और सुबह में सर्दी भले ही परेशान कर रही है लेकिन कोहरा मुक्त सुबह और दिन में चमकती गुनगुनी धूप इस परेशानी को कम कर रही है। उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में पिछले कुछ दिनों से कोहरा देखने को नहीं मिल रहा है और अगले 3-4 दिनों तक सड़क, रेल और हवाई यातायात में कोहरा कोई बाधा नहीं बनने वाला।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर के पास बना पश्चिमी विक्षोभ 13 दिसम्बर को पूर्वी दिशा में निकल गया था। उसके बाद से पहाड़ों पर कोई सक्रिय मौसमी सिस्टम नहीं है जिससे पहाड़ों से ठंडी और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएँ तेज़ हुईं और इन हवाओं ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान को अपनी गिरफ्त में ले लिया। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते पिछले दिनों मैदानी भागों में पारा तेज़ी से नीचे आया और शीतलहर जैसे हालात बन गए। हालांकि पिछले 24 घंटों में दिल्ली सहित अन्य हिस्सों में पारा कुछ ऊपर आया है।
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उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएँ मध्यम से तेज़ गति से चल रही हैं जिसके चलते मैदानी भागों में लोगों को कोहरे की समस्या से राहत मिली है। कोहरा आमतौर पर तब होता है जब हवा की गति कम हो, तापमान भी नीचे हो और वातावरण में नमी अधिक हो। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस समय महज़ तापमान नीचे है जबकि नमी कम और हवाएँ तेज़ चल रही हैं जिससे कोहरा देखने को नहीं मिल रहा है।
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इस बीच एक नया पश्चिमी कल तक जम्मू कश्मीर के करीब पहुंचेगा। हालांकि यह कमजोर होगा और हवाओं की गति को कुछ कम कर देगा लेकिन यह सिस्टम मौसमी परिदृश्य को बदलने में सक्षम नहीं होगा। अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, हिसार, करनाल, चंडीगढ़, दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, आगरा, फ़रीदाबाद, मथुरा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में अगले 3-4 दिनों तक विशेष कोहरा नहीं होगा। हालांकि हवा की गति में कुछ कमी आने से सुबह के समय कुहासा, धुंध और हल्का कोहरा कहीं-कहीं देखने को मिलेगा। लेकिन यह सड़क, रेल या हवाई यातायात में कोई बाधा नहीं बनेगा।
Image credit: Dev
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