आमतौर पर, दिसंबर और जनवरी के सर्दियों के महीनों के दौरान, उत्तर भारत की पहाड़ी राज्य तथा मैदानी एलाकों में घने कोहरे का अनुभव होता है, जिसके परिणामस्वरूप कभी कभी आम आदमी के जन जीवन को प्रभावित करता है।
हालांकि, इस सीज़न में, उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में घने कोहरे ने दस्तक नहीं दी है। भले ही पंजाब के अमृतसर में कुछ स्थानों में कभी-कभार घने कोहरे का अनुभव किया गया, लेकिन अभी भी बहुसंख्यक हिस्सों में हल्के से मध्यम कोहरा ही देखा गया।
दृश्यता का स्तर 200 मीटर से नीचे जाने पर कोहरा घने की श्रेणी में आता है। हालांकि, इस साल यह स्थिति बहुत कम बार हुई। वास्तव में, वे इतने कम हैं कि हाथों पर उँगलियों पे गिने जा सकते हैं। आइए कुछ प्रमुख शहरों में दिसंबर और जनवरी में सामान्य और वास्तविक कोहरे के दिनों पर नजर डालते हैं:
दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में औसतन 22 दिन कोहरा देखा जाता है। हालांकि, इस सीजन में केवल 6 मौकों पर ही कोहरा देखा गया। दिसंबर में 14, 15, 25, 26 दिनांक को घना कोहरा देखा गया, जबकि जनवरी में अब तक हमने 3,4 और 7 को घना कोहरा देखा है।
अमृतसर: गोल्डन टेंपल के शहर इन दो महीनों में कोहरा लगभग 24 दिन दिखाई देता है। लेकिन इस साल, दोनों महीनों में मात्र 9 दिनों को घना कोहरा दर्ज किया गया। दिसंबर में जहां 23,24,25,27,28,31 पर कोहरा देखा गया, वहीं जनवरी में 1,2 और 3 दिनांक को देखा गया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में औसतन 18 दिन कोहरा देखा जाता है। हालांकि, इस बार दिसंबर में कोहरा बिल्कुल नदारद रहा। जनवरी भी कोहरे देखने को नहीं मिला। 13 जनवरी को कुछ कोहरा देखा गया लेकिन यह भी मध्यम तीव्रता का ही था।
पटना: पूर्वी शहर पटना में आमतौर पर दिसंबर और जनवरी में कोहरे सिर्फ 15 दिन दिखता है। लेकिन इस सीज़न में इन दो महीनों में केवल दो दिन ही कोहरा देखा गया, यानी 19 दिसंबर और 5 जनवरी को।
जयपुर: गुलाबी शहर केवल 6 दिनों के लिए कोहरा देखा जाता है, लेकिन इस सीजन में, जयपुर बिल्कुल कोहरे से मुक्त रहा।
ये आंकड़े बताते हैं कि इस मौसम में उत्तर भारत के अधिकांश स्थानों पर घना कोहरा देखने को नहीं मिला। इसका कारण उत्तरी मैदानों को प्रभावित करने वाले किसी भी प्रमुख मौसम प्रणाली की अनुपस्थिति रहा। इसके अलावा, सभी पश्चिमी विक्षोभ और उनके प्रेरित सिस्टम मुख्य रूप से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करते रहे हैं।
अब आने वाले दिनों में, यानी 20 से 24 जनवरी के बीच, ताजा और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में व्यापक बारिश और हिमपात की संभावना है। इससे प्रेरित, एक हवाओं का चक्रवात उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पर देखा जा सकता हैं जो की इन जगहों पे हल्की बारिश देगा।
इस प्रकार, 20 जनवरी से शुरू होने वाला सप्ताह, पहाड़ियों के साथ-साथ उत्तरी मैदानी इलाकों में विस्तारित मौसम की गतिविधियों का अनुभव करेगा, जिससे फिर से कोहरे का सामना करना मुश्किल हो जाएगा।
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