[Hindi] पटना और बंगलुरु में छाया रहा घना कोहरा

December 17, 2015 12:05 PM|

TimthumbUpdated on December 17, 2015 10:30 AM (IST):बंगलुरुदक्षिण भारत के उन चंद शहरों में से है जहां कोहरा देखने को मिल रहा है। बृहस्पतिवार की सुबह भी जब बंगलुरु के लोग उठे तो इस खूबसूरत शहर की फिज़ाओं को कोहरे की चादर में लिपटे देखा। कोहरे के चलते दृश्यता घटकर 50 मीटर तक आ गई थी। हालांकि यहाँ एक खास बात यह है कि कोहरा जल्द ही वातावरण से साफ भी हो जाता है। कर्नाटक के मंगलोर में भी सुबह हल्के से मध्यम कोहरा छाया रहा। हालांकि यहाँ दृश्यता बंगलुरु से बेहतर 500 मीटर से अधिक बनी रही।

दूसरी ओर पूर्वी राज्यों में कोहरे का प्रभाव बीते कई दिनों से बना हुआ है। पूर्वीउत्तर प्रदेशकेगोरखपुरमें आज दृश्यता कम होकर 300 मीटर के आसपास आ गई थी। जो मंगलवार की दृश्यता से बेहतर थी जब दृश्यता कम होकर शून्य से नीचे चली गई थी।बिहारकेपटनामें भी घना कोहरा छाया रहा जहां दृश्यता 100 मीटर के आसपास पहुँच गई थी।

राष्ट्रीय राजधानीदिल्लीमें कोहरे का प्रभाव कम ही रहा। हालांकि यहाँ दृश्यता में सुबह 8 से 9 बजे के बीच कुछ कमी आई और यह 700 मीटर के आसपास पहुँच गई। लेकिन यातायात पर इसका कोई असर नहीं रहा।लखनऊमें कल से हालत बेहतर रहे। लेकिन मध्यम कोहरे के चलते दृश्यता कम होकर 400 मीटर तक चली गई थी।

पूर्वोत्तर राज्यों के कई भागों में घना कोहरा छाया रहा।असमकी राजधानी गुवाहाटी में दृश्यता कम होकर 300 मीटर तक पहुँच गई थी। शुक्रवार की बात करें तो उत्तर भारत के भागों में कोहरे में और कमी रहेगी। जबकि पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के भागों में मध्यम से घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं।

 

Updated on December 16, 2015 11:55 AM (IST):इस समय घना कोहरा पूर्वीउत्तर प्रदेशऔरबिहारके भागों में देखने को मिल रहा है। विशेषकर तराई वाले भागों में कोहरा छाया रहा। जबकि पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तर भारत के भागों में हल्का कोहरा देखने को मिला।

गोरखपुरमें सुबह कोहरे की चादर तनी रही जिससे यहाँ दृश्यता घटकर शून्य पर आ गई।गयामें भी घना कोहरा छाया रहा लेकिन यहाँ हालत गोरखपुर से थोड़ा बेहतर रहे और दृश्यता 100 मीटर के आसपास रही। उत्तर प्रदेश की राजधानीलखनऊमें दृश्यता 300 मीटर घटकर आ गई थी।

पूर्वोत्तर राज्यों मेंअगरतलाऔरसिलीगुड़ीमें हल्का कोहरा रहा और यहाँ दृश्यता 800 मीटर से अधिक बनी रही। राष्ट्रीय राजधानीदिल्लीमें बीते दो दिनों से सुबह पूरी तरह से साफ रही जबकि बुधवार को यहाँ हल्का कोहरा देखने को मिला। हल्के कोहरे के चलते दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर दृश्यता कम होकर 600 मीटर पर आ गई थी लेकिन धूप खिलने के साथ ही दृश्यता में उल्लेखनीय सुधार आया और वातावरण पूरी तरह से साफ हो गया।

आगरामें भी हल्का कोहरा छाया रहा। हालांकि ताजनगरी में दृश्यता 800 मीटर से नीचे नहीं गई। उत्तर भारत के शेष और अधिकांश भागों में कोहरा ना के बराबर रहा। उत्तर भारत में घना कोहरा अब तक शुरू नहीं हुआ है। उत्तर भारत के मैदानी भागों में बीते 4 दिनों से लगातार शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवा चल रही जिससे यहाँ अधिकतर भागों में हवा में नमीं बहुत कम है। यह मौसमी स्थितियाँ कोहरा छाने के अनुकूल नहीं हैं।

स्काइमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में गिरावट होने और हवा में नमी बढ़ने के आसार हैं। कम तापमान और हवा में अधिक नमी कोहरे के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं। अतः 24 घंटों के पश्चात उत्तर भारत के मैदानी भागों में कुछ स्थानों पर कोहरा छाने की संभावना बन रही है।

Updated on December 15, 2015 11:55 AM (IST):गंगा के मैदानी वाले भागों में अधिकांश जगहों पर मंगलवार की सुबह की शुरुआत सर्द लेकिन कोहरे से मुक्त रही। स्काइमेट के अनुसार गंगा के मैदानी वाले भागों में चल रही उत्तर पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से कोहरे में यह व्यापक कमी देखने को मिली है। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण इन भागों में वातावरण में आर्द्रता घट गई है।

हालांकिहिमाचल प्रदेशऔरउत्तर प्रदेशके तराई क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर घना कोहरा छाया रहा। घने कोहरे के चलतेगोरखपुरमें सुबह से समय दृश्यता घटते हुए 400 मीटर तक चली गई।

कोहरा बनने के लिए अनुकूल मौसम की बात करें तो कम तापमान और अधिक आर्द्रता होने की स्थिति में ही कोहरा बनता है। इसके लिए हवा की रफ्तार भी कम होनी चाहिए जबकि इस समय उत्तर भारत से लेकर पूर्वी राज्यों तक मध्यम गति से उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं, जो कोहरा नहीं बनने दे रही हैं। इस समय तापमान कोहरा बनने के लिए अनुकूल स्तर पर है परंतु आर्द्रता कम है और हवा की रफ्तार ज़्यादा है जिससे कोहरा नहीं बन रहा है।

स्काइमेट के अनुसार उत्तर भारत के करीब एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पहुँचने वाला है जिसके प्रभाव से उत्तर से आ रही मध्यम हवाओं की गति कुछ कम हो जाएगी। परिणामस्वरूप बुधवार को कोहरा बढ़ सकता है। हालांकि कोहरा हल्के से मध्यम ही होगा। घना कोहरा छाने के आसार कम ही हैं। बुधवार के बाद फिर से मौसम साफ हो जाएगा और अगले 3-4 दिनों तक इसी तरह बना रहेगा।

Updated on December 14, 2015 12:40 PM (IST): उत्तर भारत से छंटा कोहरा, पूर्वी राज्यों में जारी

पिछले दो दिनों से उत्तर भारत के भागों से घना कोहरा ग़ायब हो गया है जिससे लोगों को राहत है। दूसरी ओर पूर्वीउत्तर प्रदेशऔरबिहारमें हल्के से मध्यम कोहरा अभी भी कई जगहों पर जारी है। इन राज्यों में एक-दो स्थानों पर घना कोहरा भी छाया रहा। इसी तरह पूर्वोत्तर राज्यों में भी सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा छाया रहा। उत्तर भारत के राज्योंपंजाबऔरहरियाणामें महज़ कुहासा देखने को मिला और कुछ स्थानों पर हल्का कोहरा देखा गया, जिससे इन राज्यों में अधिकांश जगहों पर दृश्यता काफी अच्छी बनी रही।

चंडीगढ़में दृश्यता 1800 मीटर से ऊपर बनी रही जबकिअमृतसरमें वातावरण पूरी तरह से साफ रहा, यहाँ दृश्यता 2000 मीटर बनी रही। दिल्ली में भी कोहरा हल्का ही रहा। हालांकि राजधानी के पालम हवाई अड्डे पर दृश्यता घटते हुए 600 मीटर पर पहुंची पर इसका स्तर कल के 400 मीटर से बेहतर रहा। यहाँ हवाई उड़ानों पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा।

पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के भागों में हल्के से मध्यम कोहरा छाया रहा। इन राज्यों में एक-दो स्थानों पर घना कोहरा भी देखा गया। घने कोहरे के चलते सबसे अधिक व्यवधानलखनऊमें पड़ा। यहाँ दृश्यता सुबह के समय घटकर 50 मीटर के स्तर पर आ गई थी जिससे कुछ उड़ानें समय से नहीं चल सकीं।गयामें दृश्यता 500 मीटर रही,गोरखपुरऔर फुरसतगंज में 600 मीटर रही।वाराणसी,आगराऔरपटनामें 800 मीटर दृश्यता का स्तर दर्ज किया गया।

उप-हिमालयीपश्चिम बंगालऔर पूर्वोत्तर राज्यों में कई जगहों पर हल्के से माध्यम जबकि कुछ स्थानों पर घना कोहरा रहा।इम्फ़ालमें सुबह से समय दृश्यता घटकर 100 मीटर पर आ गई थी।गुवाहाटीऔरसिलीगुड़ीमें यह 800 के स्तर पर बनी रही।

आज लगातार दूसरे दिनबंगलुरुमें कोहरे के चलते यातायात में व्यवधान पड़ा। दृश्यता 100 मीटर के स्तर पर आ जाने के कारण कई उड़ानें समय से टेक ऑफ नहीं कर सकीं वहीं कई आने वाले हवाई जहाजों को भी लैंड करने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। हालांकि स्थितियाँ तेज़ी से बदलीं और दृश्यता के स्तर में जल्द ही सुधार होने से हवाई यातायात पूरी तरह सामान्य हो गया।

अगले 24 घंटों तक स्थितियाँ इसी तरह बनी रहेंगी। उत्तर भारत में हल्के से मध्यम कोहरे के ही आसार हैं जबकि पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में मध्यम से घना कोहरा जारी रहने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के गंगा के तराई वाले भागों में कोहरे में कुछ बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है।

Image Credit: inext.jagran.com

 

 

Similar Articles

thumbnail image
आज सूर्य करेगा भूमध्य रेखा पार, बसंत ऋतु की शुरुआत, दिन-रात की अवधि लगभग बराबर

आज, 20 मार्च 2025, बसंत विषुव (Spring Equinox 2025) का दिन है। सूर्य भूमध्य रेखा को पार करेगा, दिन बड़े और गर्म होंगे। उत्तर गोलार्ध में बसंत ऋतु की शुरुआत होगी, दक्षिण गोलार्ध में शरद ऋतु का आगमन होगा। वहीं, सितंबर में यह खगोलीय घटना फिर से होगी।

posted on:
thumbnail image
गर्मी का दायरा बढ़ा! ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना और रायलसीमा में 40°C के पार तापमान, राहत की उम्मीद

देश में समय से पहले गर्मी असर बढ़ रहा है। ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में अभी तापमान से 40°C से ऊपर पहुंच गया है, जिस कारण इन राज्यों में भीषण गर्मी हो रही है। फरवरी 2025, पिछले 125 वर्षों में सबसे गर्म महीना रहा है। कई जगहों पर सामान्य से 6.4°C तक ज्यादा तापमान रिकॉर्ड हुआ है।

posted on:
thumbnail image
दिल्ली में बढ़ेगी गर्मी! शुष्क और तपता रहेगा वीकेंड, बारिश की संभावना हुई कम

दिल्ली में गर्मी बढ़ रही है, पिछले 3 दिनों में तापमान 4°C बढ़ा है। आज अधिकतम 34-35°C, न्यूनतम 17°C तक रह सकता है। मार्च अब तक लगभग शुष्क बना हुआ है, सिर्फ 2mm बारिश दर्ज हुई है। 26-28 मार्च को तापमान 40°C के करीब पहुंचने की संभावना है। वहीं,पश्चिमी विक्षोभ से मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना नहीं है।

posted on:
thumbnail image
[Hindi] सम्पूर्ण भारत का मार्च 21, 2025 का मौसम पूर्वानुमान

अगले 24 घंटे के दौरान, पश्चिम बंगाल, झारखंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और उत्तर छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बिजली चमकने तथा तेज हवाओं की संभावना है।

posted on: