मॉनसून की अक्षीय रेखा फिर से हिमालय के तराई क्षेत्रों में पहुंच गई है। मॉनसून ट्रफ इस समय पंजाब से उत्तर प्रदेश और बिहार होते हुए पूर्वी असम तक बनी हुई है। तराई क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ की हवाओं का भी साथ मिल रहा है जिसके चलते मॉनसून ट्रफ उग्र हो गई है। इस मौसमी परिदृश्य के बीच बारिश मुख्यतः हिमालय से सटे भागों में ही सिमट कर रह गई। असम में बीते 2-3 दिनों से भारी वर्षा के चलते कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं।
बिहार और उत्तर प्रदेश में भीषण वर्षा जल्द शुरू हो सकती है। इन राज्यों में भी बाढ़ की आशंका। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से लखीमपुर खीरी तक, बिहार में चंपारण से सुपौल तक भीषण वर्षा होने की संभावना है। बारिश का यह प्रचंड प्रकोप जल्द ही बिहार के उत्तरी हिस्सों पर दिखेगा। अगले कुछ घंटों में उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र भी भीषण मॉनसून वर्षा की चपेट में आ सकते हैं। समग्र भारत में गरज एवं बारिश वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बिहार और उत्तर प्रदेश के उत्तरी भागों में अगले 24 से 48 घंटों तक भीषण बारिश दर्ज की जाएगी। नेपाल में हो रही भारी बारिश का पानी भी नदियों के रास्ते दोनों राज्यों में कहर बन कर पहुँच सकता है। बिहार में पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी और मधुबनी सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा सुपौल, किशनगंज, अररिया, पुर्णिया और भागलपुर में भी मूसलाधार वर्षा होने की संभावना है। गया और पटना सहित अन्य भागों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
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उत्तर प्रदेश में महराजगंज, कुशीनगर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर और गोरखपुर सहित आसपास के कई इलाकों में मूसलाधार वर्षा होने की आशंका स्काइमेट के मौसम वैज्ञानिक जता रहे हैं। उत्तर प्रदेश के दक्षिणी जिलों में बारिश में कमी आएगी। लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद और आगरा में अपेक्षाकृत मॉनसून की सक्रियता कम होगी। हालांकि इन भागों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
सरयू नदी में पानी बढ़ने से फ़ैज़ाबाद सहित कई निचले इलाके भी बाढ़ की ज़द में आ सकते हैं। मूसलाधार वर्षा और नदियों में उफान के कारण कई इलाकों में बाढ़ की पूरी आशंका है। अगले दो-तीन दिनों के दौरान गाँव, खेत-खलिहान जलमग्न हो सकते हैं। उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों के दौरान बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है।
Image credit: The Indian Express
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