मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में बीते तीन से चार दिनों के दौरान, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दवाब क्षेत्र के कारण भारी से अति भारी बारिश देखी गई है। वहीं, पिछले 24 घंटों के दौरान, यह सिस्टम एक चिन्हित निम्न दवाब क्षेत्र के रूप में मजबूत हो गया है।
शुरुआत में यह मौसमी सिस्टम मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में बना हुआ था। जिसके कारण राज्य के जबलपुर और सतना में बेहद भारी बारिश देखने को मिली था। राज्य के गुना शहर में भी पिछले 24 घंटों के दौरान भारी तीव्रता वाली बारिश रिकॉर्ड हुई है।
इस समय, मध्य प्रदेश के कई जिलों जैसे कि सागर, दमोह, मंदसौर में बाढ़ की खबर आ रही है। इन जगहों के अलावा, मध्य प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। आगामी बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए कई स्थानों पर पहले से ही बचाव दल तैनात किए जा चुके हैं। मीडिया में आ रही ख़बरों के मुताबिक, लगातार हो रही बारिश से अब तक कुल 55 लोगों के मरने की खबर है।
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हालांकि, अब मौसमी प्रणाली पश्चिमी दिशा की को ओर आगे बढ़ रही है। जिसके कारण, प्रदेश के पूर्वी भागों में बारिश की तीव्रता कम होने की उम्मीद है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का उम्मीद है कि, मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में भी हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि, अगले एक सप्ताह तक राज्य में किसी भी बड़ी मौसम प्रणाली के प्रभावित होने की उम्मीद नहीं है। जिसके कारण, राज्य में चल रही भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति से राहत की उम्मीद की जा सकती है।
Image Credit: Free Press Journal
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