स्काईमेट ने जैसा अनुमान लगाया था, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में पिछले दिनों हल्की तीव्रता के साथ बेमौसम बारिश दर्ज हुई। स्काइमेट के पास उपलब्ध वर्षा के आंकड़ों के अनुसार सोमवार सुबह 8:30 बजे से लेकर 24 घंटे में छिंदवाड़ा में 6 मिमी, जबलपुर में 4 मिमी और पेंड्रा रोड में 2.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
दक्षिणी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से सटे विदर्भ के कुछ हिस्सों पर एक विपरीत चक्रवात बना हुआ है। जिससे दो अलग-अलग दिशाओं से आने वाली हवाएं मध्य भारत पर पहुँच रही हैं। एक तरफ उत्तर भारत के मैदानी इलाकों से ठंडी हवाएं आ रही हैं तो दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी की आर्द्र हवाएँ पहुँच रही हैं जिससे इस क्षेत्र पर एक कंफ्लुएंस ज़ोन बना है। इसी वजह से मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में पिछले चार दिनों से रुक-रुक कहीं-कहीं पर बारिश हो रहा है।
English Version : First round of unseasonal rainfall in Madhya Pradesh, Maharashtra and Chhattisgarh to end soon
अब मौसम बदलेगा। उम्मीद है कि मध्य भारत के इन राज्यों में आज से बारिश की गतिविधियाँ कम हो जाएंगी। हालांकि विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों तक हल्की बारिश हो सकती है। महाराष्ट्र में कल से सभी जगहों पर मौसम शुष्क हो जाएगा।
इन्हीं हवाओं के कारण अब तटीय ओडिशा के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। अनुमान है कि तटीय ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में 19 दिसंबर तक बारिश देखने को मिलेगी।
स्काइमेट का आंकलन है कि मध्य भारत के भागों में सर्दी के मौसम में बारिश का अगला दौर 22 दिसम्बर से शुरू हो सकता है। यह स्पेल भी कम से कम दो-तीन तक जारी रहेगा।
Image credit: Zee News
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