[Hindi] दिसम्बर-जनवरी में सूखे के बाद फरवरी में बढ़ीं बारिश की उम्मीदें

February 7, 2016 5:23 PM | Skymet Weather Team

वर्तमान सर्दी ऋतु में भारत असामान्य तौर पर गरम रहा और अधिकांश दिनों में तापमान सामान्य से ऊपर बना रहा। अपेक्षित सर्दी में कमी का मुख्य कारण पूरे सीज़न के अधिकांश समय में मौसम का शुष्क बने रहना माना जा सकता है।

दिसम्बर में मामूली बारिश हुई। जनवरी में भी मौसम का रूख पूर्ववर्ती माह के समान बना रहा। आंकड़ों के आधार पर देखें तो 1 जनवरी से 3 फरवरी के बीच पंजाब में सामान्य से 76% कम बारिश हुई। दिल्ली भी सूखी रही और यहाँ 85% कम वर्षा दर्ज की गई जबकि हरियाणा पूर्ण रूप से सूखा रहा और प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में से एक इस प्रदेश में 99% कम बारिश हुई।

हालांकि मौसमी संकेतक इस बात का इशारा कर रहे हैं कि फरवरी में स्थिति बेहतर होगी और बीते दो महीनों के मुक़ाबले अधिक बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। पहला सप्ताह बीत गया है और अब तक माह में बारिश का प्रदर्शन सामान्य कहा जा सकता है।

फरवरी में पश्चिमी विक्षोभ की आवृत्ती और इसके प्रभाव से बनने वाले चक्रवाती हवा के क्षेत्रों की संख्या अधिक रही है। हालांकि इस माह आने वाले यह मौसमी सिस्टम अधिक समय तक टिक नहीं रहे हैं बल्कि आने के बाद जल्द ही निकल जा रहे हैं।

एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभों से होगी बारिश

स्काइमेट का अनुमान है कि आगामी दिनों में एक के बाद एक 3 पश्चिमी विक्षोभ आने वाले हैं। इनमें से एक इस समय उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में बारिश और बर्फबारी देने के बाद आगे निकल रहा है। इसके प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तरखंड में कई जगहों पर बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई है। साथ ही इसके चलते राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना जिसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में भी बारिश दर्ज की गई। इन सिस्टमों का असर 8 फरवरी तक उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में बना रहेगा।

इसके पश्चात दूसरा पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर को 9 से 12 फरवरी के बीच प्रभावित करेगा। जबकि तीसरा सिस्टम 16 फरवरी से उत्तर भारत को प्रभावित करना शुरू करेगा और 20 फरवरी तक मौसम पर इसका असर बना रहेगा। 16 से 20 फरवरी के बीच आने वाला पश्चिमी विक्षोभ काफी सक्षम होगा और यह अपने पूर्ववर्ती दोनों सिस्टमों की तुलना में अधिक क्षेत्रों में और अधिक मात्रा में बारिश देगा।

इसके चलते उत्तर भारत के साथ-साथ मध्य और पूर्वी भारत में भी बारिश होने के आसार हैं। इस समय उत्तर और मध्य भारत के न्यूनतम तापमान में गिरावट आ रही है जबकि पश्चिमी विक्षोभ के आगमन के बाद सुबह के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी और दिन का तापमान कुछ नीचे जाएगा। अनुमान है कि फरवरी के आखिरी सप्ताह में तापमान में क्रमशः बढ़ोत्तरी का क्रम शुरू हो जाएगा और इस ऋतु की सर्दी धीरे-धीरे विदा होगी।

Image Credit: indiatv

 

 

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