नव वर्ष के आगमन से पहले ही सर्दी की छुट्टियाँ शुरू हो जाती हैं और ऐसे में देश भर से लोग उत्तर के पहाड़ी राज्यों के भ्रमण पर निकलते हैं। वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी इस समय तेज़ी से बढ़ती है। क्रिसमस से नव वर्ष के आरंभ के बाद तक आमतौर पर उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में अच्छी बारिश और बर्फबारी देखने को मिलती है। हालांकि इस वर्ष 12 दिसम्बर के बाद से वैष्णो देवी सहित जम्मू कश्मीर में विशेष बारिश या बर्फबारी नहीं हुई है।
वैष्णो देवी के भवन और कटरा सहित आसपास के भागों में भी 12 दिसम्बर के बाद छिटपुट गतिविधियां देखने को मिली हैं। इस समय कटरा स्थित माता वैष्णो के धाम सहित जम्मू कश्मीर में मौसम साफ और शुष्क बना हुआ है। कटरा में अधिकतम तापमान 17 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रिकॉर्ड किया जा रहा है। पहाड़ पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर पर इस सप्ताह के बाकी दिनों में अधिकतम तापमान 10 से 12 डिग्री और न्यूनतम तापमान शून्य के आसपास रिकॉर्ड किया जाएगा। भवन पर कड़ाके की ठंडक इसी तरह से बनी रहेगी।
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अगले कुछ दिनों के दौरान बारिश या बर्फबारी होने के आसार नहीं हैं लेकिन कड़ाके की ठंड को देखते हुए भक्तों को इससे बचाव के उपाय करने होंगे। लेकिन बारिश या भारी हिमपात की संभावना नहीं होने से आने-जाने में किसी तरह की समस्या का सामना श्रद्धालुओं को नहीं करना पड़ेगा। भारी बर्फबारी के चलते प्रायः भूस्खलन, हिमस्खलन होने से रास्ते बंद हो जाते हैं जिससे लोग लंबे समय तक जहां-तहां फंसे रह जाते हैं। जम्मू कश्मीर में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
वैष्णो देवी सहित जम्मू कश्मीर में सर्दियों में बारिश या बर्फबारी पश्चिमी विक्षोभ के चलते होती है। लेकिन इस वर्ष की सर्दियों में अब तक दिसम्बर के पहले पखवाड़े में ही एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आया था जिसने अच्छी बारिश दी थी। उसके बाद से मौसम मुख्य तौर पर शुष्क बना हुआ है।
Image credit: MakeMYTrip
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