26 जनवरी, 2021 को जब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 72वें गणतन्त्र दिवस समारोहों की औपचारिक शुरुआत के समय राजपथ 21 तोपों की सलामी से गुंजायमान हो रहा था उस समय दिल्ली के राजपथ समेत राजधानी में लोग कड़ाके की ठंडक से ठिठुर रहे थे। राजपथ पर मौजूद जनता के लिए परेड में भारत के लोक सौन्दर्य से लेकर भारत के शौर्य की गाथा भी होती है। भारत की विविधता का सौन्दर्य दर्शाती झाँकियाँ दर्शकों को जहां मंत्रमुग्ध करती हैं वहीं वायु सेना के युद्धक विमानों की कलाबाजियाँ दर्शकों को रोमांच के चरम पर ले जाती हैं।
वर्ष 2000 के बाद यानि 21 वर्ष के बाद 26 जनवरी के दिन दिल्ली में इतनी कड़ाके की सर्दी पड़ी है। 26 जनवरी, 2021 को दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र पर न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री रहा जो सामान्य से 7 डिग्री कम है। बीते 21 वर्षों में 17 वर्ष ऐसे रहे जब गणतन्त्र दिवस पर न्यूनतम तापमान एक अंक में यानि 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया जबकि 4 बार 10 डिग्री से ऊपर रहा था पारा। इन चार वर्षों में सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 26 जनवरी, 2017 को रहा जब 13.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह 26 जनवरी, 2009 को 13.2 डिग्री, 26 जनवरी, 2002 को 12.1 डिग्री और 2000 में 11.8 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। इन 21 वर्षों में केवल तीन अवसरों पर न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से नीचे रहा था। 2006 में 4.8 डिग्री, 2008 में 4.1 डिग्री और 2021 में 2.1 डिग्री।
साल 2020-21 की सर्दियों में कम तापमान के कई रिकॉर्ड बने। जनवरी में सबसे ज़्यादा सर्दी वाले रिकॉर्ड बने हैं। 5 दिन ऐसे रहे जब तापमान 4 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किया गया जो कि 2008 के बाद ऐसा हुआ है। इन चार दिनों में रिकॉर्ड किए गए न्यूनतम तापमान इस प्रकार हैं: 1.1°C (01 जनवरी), 3.2°C (02 जनवरी), 3.2°C (13 जनवरी), 2.0°C (14 जनवरी) और 2.1°C (26 जनवरी)।
यही स्थितियाँ आगे भी जारी रहेंगी और जल्द इस कड़ाके की ठंड से लोगों को राहत मिलने की संभावना नहीं है। विशेष रूप से सुबह और रात की सर्दी में किसी तरह की कमी नहीं आने वाली। राहत मिलेगी सिर्फ दिन में क्योंकि वातावरण में कोहरा और धुंध अब कम हो जाएगी जिससे धूप का असर बढ़ेगा और दिन के तापमान में क्रमशः वृद्धि देखने को मिलेगी। जनवरी महीने के शेष दिनों में दिल्ली में बारिश की संभावना फिलहाल नहीं है। अनुमान है कि फरवरी के पहले हफ्ते में भी मौसम साफ ही रहेगा।
Image credit: DNA India
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