देश के पूर्वी भागों विशेषकर बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में मॉनसून अब पूरे शबाब पर है। हालांकि इन भागों में मॉनसून ने शुरुआत में कमजोर प्रदर्शन किया और जून में बारिश में कमी बनी रही। जून में पूर्वी भारत में बारिश में कमी का आंकड़ा 20-30 प्रतिशत के बीच था जिसमें जुलाई की शुरुआत से ही बदलाव देखने को मिल रहा है क्योंकि जुलाई में मॉनसून ने रफ्तार पकड़ी है और इन भागों में अच्छी बारिश की गतिविधियां हो रही हैं।
मॉनसून ने जुलाई में इन भागों में अच्छी बारिश अब तक दी है। इसके चलते बारिश में कमी का आंकड़ा सामान्य के आसपास आ गया है। अब तक के आंकड़े देखें तो पश्चिम बंगाल में सामान्य से 12% कम वर्षा हुई है। झारखंड में 11% और बिहार में 13% सामान्य से कम बारिश हुई है। बीते 3 दिनों से पूर्वी भारत के राज्यों में लगातार भारी बारिश हो रही है।
दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के चलते बारिश की यह गतिविधियां हो रही हैं। यह सिस्टम अब सशक्त होते हुए डिप्रेशन का रूप ले चुका है। हालांकि पूर्वी भारत के बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में बारिश में हल्की कमी होगी लेकिन कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के लिए मौसम अभी भी अनुकूल बना हुआ है। बिहार के तराई वाले भागों में बारिश की तीव्रता में और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। लगातार हो रही मॉनसूनी बारिश से वर्षा के आंकड़ों में और सुधार होगा।
Image credit: The Hindu
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