सर्दियों में पश्चिमी विक्षोभ एक प्रमुख मौसमी सिस्टम होता जो उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों से लेकर, मैदानी भागों, मध्य भारत और पूर्वी तथा पूर्वोत्तर राज्यों के भी मौसम को प्रभावित करता है। हाल ही में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में आया था जिसके आगे निकलने से उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में उत्तर-पश्चिमी हवाएँ ज़ोर पकड़ रही हैं। धीरे-धीरे इन हवाओं का प्रवाह मध्य और पूर्वी भारत में भी बढ़ेगा।
इन ठंडी हवाओं के प्रभाव से उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूर्वी भारत के अन्य राज्यों में दिन और रात के तापमान में 1-3 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आने की संभावना है। स्काइमेट के अनुसार पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में उत्तर-पश्चिमी शुष्क और ठंडी हवाओं के कारण मौसम शुष्क बना रहेगा और तापमान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की जाएगी।
बीते 24 घंटों से पूर्वी राज्यों में पहुँच रही शीतल हवाओं के चलते उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में पहले से ही पारा गिरने लगा है। बहराइच में 16 नवंबर को न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेलिसयस रहा, गोरखपुर में 11.2, वाराणसी में 13.7, गया में 12.2 और पटना में 14 डिग्री सेल्सियस पारा रिकॉर्ड किया गया। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की और कमी आएगी जबकि दिन में मौसम सहज बना रहेगा।
इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ 19 नवंबर तक पश्चिमी हिमालयी भागों तक पहुँच सकता है। इसके प्रभाव से 19 नवंबर से उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में आंशिक बादल छाने की संभावना है। साथ ही न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं।
Image credit: DNA
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।