दिल्ली में पिछले 24 घंटों से मौसमी हलचल समाप्त है जिसके चलते तापमान में हल्की वृद्धि का क्रम शुरू हो गया है। हालांकि 1 मई को भी दिल्ली के सफदरजंग में अधिकतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस नीचे ही रिकॉर्ड किया गया। इस बीच 3 और 4 मई को फिर से गरज और धूलभरी आँधी के साथ हल्की बारिश के लिए मौसमी परिदृश्य अनुकूल बन रहा है। अप्रैल और मई के महीनों में प्री-मॉनसूनी गतिविधियां होती हैं जिसके चलते तापमान नियंत्रण में रहता है और गर्मी के प्रकोप से भी लोगों को राहत मिलती है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार हरियाणा से दिल्ली और उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार तक एक ट्रफ रेखा विकसित हो गई है, जिसके चलते राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार और बृहस्पतिवार को मौसम बदलने के संकेत हैं। दिल्ली और आसपास के शहरों में 3 और 4 मई को दोपहर या शाम के समय बादलों की गर्जना और धूलभरी आँधी के साथ वर्षा दर्ज की जा सकती है।
गौरतलब है कि जब किसी क्षेत्र में ट्रफ बनती है तो इससे नमी आकर्षित होने लगती है। ऐसे में दोपहर के समय तक तापमान काफी बढ़ जाता है जिससे गरज वाले बादल बनते हैं। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञ महेश पालावत के अनुसार अधिक से अधिक रिलेटिव हयूमीडिटी यानि आर्द्रता और काफी अधिक तापमान के चलते बनने वाले बादल बेहद प्रभावी होते हैं जिससे बारिश के साथ ओलावृष्टि भी होती है। ऐसे बादलों से बिजली गिरने की भी आशंका होती है।
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दिल्ली और आसपास के भागों में बुधवार को तापमान भी सामान्य के आसपास रहेगा और आर्द्रता भी बहुत अधिक नहीं होगी जिससे अधिक बारिश या ओलावृष्टि जैसी मौसमी हलचल के आसार कम हैं। लेकिन कुछ स्थानों पर दोपहर बाद और शाम के समय धूल भरी आँधी चलेगी। राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा, फ़रीदाबाद, गाज़ियाबाद और गुरुग्राम में भी आँधी के साथ बादलों की गर्जना और हल्की वर्षा होने की संभावना है। इन भागों में 3 और 4 मई को मौसमी हलचल संभावित है।
मौसम में इस बदलाव के चलते तापमान में बढ़ोत्तरी का सिलसिला एक बार फिर से कुछ दिनों के लिए थम जाएगा जिससे अगले 2-3 दिनों तक गर्मी से राहत बनी रहेगी। अनुमान है कि 5 मई से ट्रफ का प्रभाव कम हो जाएगा और मौसम साफ़ हो जाएगा जिससे तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि शुरू होगी। हालांकि मई महीने में अंतराल पर प्री-मॉनसून बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।
Image credit: Indian express
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