मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से और छत्तीसगढ़ के एक-दो स्थानों पर गुरूवार सुबह 08:30 बजे से 24 घंटो के दौरान गरज के साथ बारिश देखी गयी है। बारिश के रूप में हुई इस मौसमी गतिविधि का कारण बिहार से लेकर आंतरिक कर्नाटक होते हुए छत्तीसगढ़ के भागों के ऊपर फैली हुई एक ट्रफ रेखा है। यह प्री-मॉनसून गतिविधियां, अगले 24 से 48 घंटो तक इन क्षेत्रों में प्रभावी रहेंगी।
बारिश की यह गतिविधियां ज्यादातर दोपहर के आखिरी घंटो और शाम के दौरान देखने को मिल सकती हैं, जिससे तापमान में कोई खास बदलाव नहीं दिखेगा। इसके अलावा इन क्षेत्रों में लू का खतरा बने रहने के भी आसार हैं।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, छत्तीसगढ़ के दक्षिणी और मध्य प्रदेश के पूर्वी शहरों में अगले 48 घंटों के दौरान गरज के साथ बारिश की गतिविधियां होने के आसार हैं। जहां मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में कल यानि 13 अप्रैल तक इन प्री-मॉनसून गतिविधियों में कमी दिख सकती है। वहीं छत्तीसगढ़ में कहीं-कहीं छिटपुट बारिश के अलावा एक-दो स्थानों पर तेज़ बारिश भी देखने को मिल सकती हैं। इसके बाद अगले दिन यानि 14 मार्च को छत्तीसगढ़ में भी इन गतिविधियों में कमी दिखने की संभावना है। इसके अलावा विदर्भ के भी एक-दो स्थानों पर भी यह मौसमी हलचल देखने को मिल सकती है।
छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों की सूची जहां तापमान 40 डिग्री के पार दर्ज किया गया
इस दौरान मध्य प्रदेश का मौसम गर्म और शुष्क बने रहने की संभावना है। इसके अलावा मध्य प्रदेश के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में लू की स्थिति बरकरार रहने के आसार हैं। वहीं विदर्भ की बात करें तो यहां भी अधिकांश क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री के करीब बने रहने के साथ एक-दो स्थानों पर लू भी बनी रहेगी।
Also Read In English: Rains, dust storm forecast for Chhattisgarh and Madhya Pradesh, heat wave to continue
Image Credit: First Post
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।