इस साल मार्च में देश के उत्तरी और पूर्वी इलाकों में कई जगहों पर बेमौसम और काफी अधिक बारिश हो रही है। बीते 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तरी पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कई जगहों पर गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पूर्वी और मध्य भारत पर बने कोन्फ़्लुएन्स ज़ोन के कारण यह बारिश हो रही है।
पूर्वी भारत के कुछ इलाके में ऐसे भीषण वर्षा हुई है। आंकड़ों पर नज़र डालें तो शुक्रवार सुबह 8:30 बजे से आज सुबह 8:30 बजे के बीच डाल्टनगंज में 47 मिलीमीटर, गया में 43 मिलीमीटर, वाराणसी में 40 मिलीमीटर, पटना में 17 मिलीमीटर तथा भागलपुर में 16 मिलीमीटर की बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बाकी शहरों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इन सभी क्षेत्रों में अगले 24 से 48 घंटे तक बारिश का मौसम बना रहेगा। कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है। बारिश के साथ ओलावृष्टि, तेज हवाएं चलने, बादलों की गर्जना होने और बिजली गिरने की भी आशंका बनी रहेगी। कुछ स्थानों पर हवाओं की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है, जो फसलों को नष्ट कर सकती है।
English version: Bihar, Jharkhand, West Bengal gear up for more rains, hail and strong winds, crop damage likely
पूर्वी भारत में पहले से हुई भारी वर्षा के कारण फसलों को पहले से ही नुकसान हुआ है। अगर आने वाले 48 घंटों के दौरान तेज हवा के साथ बारिश होती है तो फसलों को और अधिक नुकसान की व्यापक संभावना है। 15 मार्च की शाम से पूर्वी भारत के राज्यों में बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी।
लगातार बादल छाए रहने और बारिश होने के चलते पूर्वी भारत के भागों में अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से काफी रूप में नीचे चल रहा है। अगले 48 घंटों तक दिन का तापमान सामान्य से नीचे ही बना रहेगा। रात का तापमान भी सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। 48 घंटे के बाद यानी 16 और 17 मार्च से पूर्वी भारत के राज्यों में तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
Image credit: The Telegraph
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