उत्तर पश्चिम भारत में प्री-मॉनसूनी बारिश की गतिविधियां फिलहाल समाप्त हो गई हैं। आने वाले कुछ दिनों तक गर्म और शुष्क मौसम से राहत मिलने की संभावना भी नहीं है, क्योंकि तापमान में उत्तरोत्तर वृद्धि जारी रहेगी। दिल्ली सहित उत्तर भारत के अन्य भागों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार करेगा। अनुमान है कि इन भागों में अगले 4-5 दिनों तक तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा।
बीते कुछ दिनों से दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत में गरज और तेज़ हवाओं के साथ बारिश के चलते दिन और रात के तापमान में व्यापक रूप में कमी आई थी। कहीं-कहीं पारा सामान्य से भी नीचे चला गया था। स्काइमेट के अनुसार बारिश की इन गतिविधियों की मुख्य वजह था उत्तर भारत में आया पश्चिमी विक्षोभ। पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर के पर्वतीय राज्यों में बारिश दर्ज की गई जबकि इसके प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब एवं हरियाणा पर विकसित हुए चक्रवती हवाओं के क्षेत्र ने मैदानी भागों में प्री-मॉनसूनी बारिश दी थी।
शुरुआत में पश्चिम से पूर्व तक एक ट्रफ रेखा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल तक पहुँच रही थी। इस ट्रफ के आसपास नमी इकठ्ठा होने के चलते इन भागों में मध्यम से भारी वर्षा दर्ज की जा रही थी।
अब यह ट्रफ दिल्ली के दक्षिण में पहुँच गई और राजस्थान से ओड़ीशा तक बनी हुई है। इस बदलाव के चलते उत्तर भारत के मैदानी भागों में आने वाली नम हवाओं का प्रवाह बंद हो गया है और मध्य पाकिस्तान तथा राजस्थान से गर्म तथा शुष्क हवाओं का प्रवाह बढ़ गया है। हवाओं में इस बदलाव के चलते वातावरण में नमीं घटेगी और पारा बढ़ेगा। कुल मिलकर यह कह सकते हैं कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और तापमान में बढ़ोतरी होगी। हालांकि इन भागों में एक-दो स्थानों पर धूलभरी आँधी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
Image credit: The Hindu
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