पंजाब और हरियाणा सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाके लंबे समय से गर्मी में भी सुहावने मौसम का आनंद ले रहे थे। अब मौसम ने फिर से करवट ले ली है और तेज़ गर्मी इन भागों में अगले कुछ दिनों तक परेशान करेगी। मौसमी विशेषज्ञों के अनुसार पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्री-मॉनसून वर्षा की गतिविधियां समाप्त हो गई हैं। इससे पहले कल तक दिल्ली सहित अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई जिससे तापमान सामान्य से नीचे रिकॉर्ड किया गया।
जम्मू कश्मीर के पास आने वाले पश्चिमी विक्षोभ और इसके प्रभाव से हरियाणा सहित मैदानी राज्यों में पर सक्रिय होने वाले चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के कारण मैदानी भागों में बारिश हो रही थी। पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल गया है और और चक्रवाती सिस्टम भी निष्प्रभावी हो गया है। इस बदलाव से पूर्वी आर्द्र हवाएँ बंद हो गई हैं और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलने लगी हैं जिससे इन भागों में अगले 3-4 दिनों तक मौसम साफ और शुष्क होगा।
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पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़, दिल्ली तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले 3-4 दिनों के दौरान शुष्क मौसम के साथ दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। अमृतसर, भटिंडा, लुधियाना, पटियाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, हिसार, गुरुग्राम, फ़रीदाबाद, जयपुर, जोधपुर, चुरू, गंगानगर, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, मेरठ में अगले कुछ दिनों के दौरान तापमान में 3-4 डिग्री तक वृद्धि हो सकती है। उत्तरी-राजस्थान और इससे सटे दक्षिणी हरियाणा में विशेषकर गंगानगर और हिसार जैसे इलाकों में तापमान 40 डिग्री के आंकड़े को छू सकता है।
वर्तमान मौसमी परिदृश्य के आधार पर मौसम विशेषज्ञों का आंकलन है कि 16 अप्रैल से फिर से कुछ मौसमी सिस्टम सक्रिय होंगे जिससे 16 से 18 अप्रैल के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में एक-दो स्थानों पर धूलभरी आँधी चलने और बादलों की गर्जना होने की संभावना है। हालांकि इतनी सक्षम नहीं होगी कि उत्तर-पश्चिम भारत के राज्यों में पिछले दिनों की तरह मौसम को बदल सके।
पिछले दिनों कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश दर्ज की गई थी। सीकर सहित उत्तर-पूर्वी राजस्थान और मथुरा सहित सटे उत्तर प्रदेश में 11 अप्रैल को तेज़ आँधी के साथ हुई मध्यम से भारी बारिश हुई थी। मीडिया में आई खबरों के अनुसार मौसम में आई इस तेज़ हलचल की चपेट में आने से 42 लोगों की मौत हो गई थी।
Image credit: Travel Triangle
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