उत्तरी छत्तीसगढ़ में 8 जून को मॉनसून ने दी थी दस्तक। मध्य प्रदेश को अभी मॉनसून का इंतज़ार है। इस बीच सोमवार को मॉनसून आगे बढ़ा और राजनंदगाँव, धमतरी, दुर्ग, जगदलपुर, कांकेर और सुकमा में भी पहुंच गया है। दूसरी ओर मध्य प्रदेश में अभी भी मॉनसून के आगमन का इंतजार है।
अनुमान है कि अगले 24 से 48 घंटों में छत्तीसगढ़ में मॉनसून कुछ और आगे बढ़ेगा। लेकिन मध्य प्रदेश को संभवतः लंबा इंतज़ार करना पड़ सकता है क्योंकि अगले 48 घंटों के बाद मॉनसून एक सप्ताह तक कमजोर रहेगा और इसकी प्रगति भी धीमी होगी। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
इस बीच त्रिपुरा से छत्तीसगढ़ होते हुए तेलंगाना तक एक ट्रफ रेखा बनी है। इसके प्रभाव से बंगाल की खाड़ी से नमी लिए हवाएँ मध्य भारत में पहुंच रही हैं। इसके चलते अनुमान है कि अगले 2 दिनों तक दक्षिण छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर बादलों की गरज के साथ हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी मॉनसूनी बौछारें दर्ज की जाएंगी। छत्तीसगढ़ के बाकी हिस्सों तथा मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में भी कई जगहों पर गर्जना के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। दूसरी ओर मध्य प्रदेश के पश्चिमी जिलों में पहले से हो रही बारिश में अब कमी आएगी। इंदौर, उज्जैन, गुना, ग्वालियर और रतलाम सहित आसपास के सभी भागों में मौसम शुष्क होगा।
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इससे पहले पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों के दौरान अच्छी बारिश दर्ज की गई है। रीवा में 34 मिमी, पेंडरा में 31 मिमी, जबलपुर और रायसे में 14 मिमी, छिंदवाड़ा में 9 मिमी, शाजापुर में 8 मिमी, पचमढ़ी में 5 मिमी और नरसिंहपुर में 3 मिमी बारिश हुई है। इन भागों में अगले 2 दिनों के दौरान अच्छी बारिश की संभावनाओं के बीच तापमान में व्यापक गिरावट हो सकती है। जबकि पश्चिमी और उत्तरी मध्य प्रदेश में शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते तापमान में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी।
Image credit: Patrika News
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