बिहार और झारखंड के कई इलाकों में पिछले दिनों हल्की वर्षा दर्ज की गई। दोनों राज्यों में 5 और 6 मार्च को बारिश हुई। इस दौरान रांची, जमशेदपुर, डाल्टनगंज, बोकारो सहित झारखंड में अधिकतर हिस्सों में गरज के साथ हल्की वर्षा हुई। बिहार में पटना, भागलपुर, गया सहित दक्षिण और पूर्वी हिस्सों में वर्षा देखने को मिली। जबकि मधुबनी, सुपौल और सितमढ़ी सहित तराई वाले जिलों में वर्षा नहीं हुई।
पूर्वी भारत के दोनों राज्यों में अब मौसम शुष्क है। अगले 3-4 दिनों तक इसमें कोई बदलाव फिलहाल अपेक्षित नहीं है। इसके चलते दिन का तापमान बढ़कर सामान्य से 1-2 डिग्री सेल्सियस ऊपर चला गया। तापमान में हल्की वृद्धि और हो सकती है। रात के तापमान में भी हल्की बढ़ोत्तरी की संभावना है। पिछले 24 घंटों के दौरान पटना में अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री, गया में 31.6 डिग्री और भागलपुर में 32.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हालांकि शुष्क और शीतल उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से गर्मी बहुत अधिक नहीं होगी।
[yuzo_related]
स्काइमेट के वाइस प्रेसिडेंट, मीटियोरोलोजी, जीपी शर्मा के अनुसार पूर्वी भारत के राज्यों में मार्च महीने से मौसमी हलचल बढ़ जाती है। श्री शर्मा ने बताया कि छोटा नागपुर पठार क्षेत्र की भौगोलिक बनावट के चलते यहाँ मौसम में तेज़ी से बदलाव देखने को मिलता है। मार्च से मई के बीच बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा और छत्तीसगढ़ तक तेज़ तूफानी हवाएँ चलने, बादलों की गड़गड़ाहट, बिजली कड़कना और एक झोंके की तरह बारिश का आना और जल्द ही बंद हो जाना आम घटना है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
मौसम के वर्तमान परिदृश्य के अनुसार झारखंड में 10 से 12 मार्च के बीच ऐसी ही हलचल संभावित है। इस दौरान राज्य के ज़्यादातर हिस्सों में वर्षा होने का अनुमान है। दूसरी ओर बिहार उस समय भी सूखा रहेगा। लेकिन 17 या 18 मार्च को बारिश का एक झोंका आएगा जो बिहार को प्रभावित कर सकता है। फिलहाल राहत की बात है कि जहां झारखंड से सटे ओड़ीशा के कुछ भागों में लू जैसे हालत बने हुए हैं वहीं बिहार और झारखंड में पारा नियंत्रण में। इसकी वजह हैं उत्तर-पूर्व से आ रही शीतल हवाएँ।
Image credit: Dainik Jagran
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।