उत्तराखंड में अधिकांश स्थानों पर हो रही भारी बारिश के चलते कई जगहों पर भूस्खलन और चट्टानें खिसकने की घटनाएँ देखने को मिली हैं। कुछ इलाकों में बादल फटने के चलते अचानक बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए और नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को भी पार कर गया। कई सड़क मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और अनेकों मकान ढह गए। इन घटनाओं में 38 लोगों की मौत हो गई है। मीडिया खबरों के अनुसार मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि राहत व बचाव का काम अभी भी जारी है तथा लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
भीषण बारिश के कारण नदियों में व्यापक रूप में पानी बढ़ गया जिससे कई नदियां खतरे के निशान के भी ऊपर बह रही है। राज्य में मौसम की मार इस कदर व्यापक है कि लोगों में अफरातफरी का माहौल है। सामान्य जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। हालांकि कुछ राहत की बात यह है कि अगले 24 घंटों के बाद बारिश की तीव्रता में कमी आएगी लेकिन नदियों का जलस्तर घटने में अभी और समय लगेगा।
राज्य के प्रमुख भागों में बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश के आंकड़े नीचे दिए गए हैं:
इस बीच केंद्र और राज्य की आपदा राहत टीमें बचाव अभियान में पूरे ज़ोरों से लगी हुई हैं। राहत और बचाव के कार्य में सेना की भी मदद ली जा रही और आम नागरिक भी अपना योगदान दे रहे हैं।
राज्य सरकार ने स्थिति में सुधार होने तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। बारिश और मौसम की विषमताओं को देखते हुए चार-धाम यात्रा को भी रोक दिया गया है। स्काइमेट का सुझाव है कि मौसम की गंभीरता को देखते हुए पर्वतीय राज्यों में पर्यटन पर जाने की फिलहाल के लिए टालना बेहतर रहेगा। देश के अन्य भागों के साथ-साथ उत्तराखंड में मौसम की ताज़ा स्थिति हम लगातार अपनी वेबसाइट देते रहेंगे। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर ट्विटर पर भी मौसम से जुड़े ताज़ा अपडेट आप जान सकते हैं। फेसबुक पर टाइप करें @SkymetWeatherServices और ट्विटर पर @SkymetWeather लिखें।
Image Credit: Deccanchronicle
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