उत्तरी गुजरात और इससे सटे राजस्थान के भागों पर बना डिप्रेशन आज पिछले 6 घंटों के दौरान 24 किलोमीटर प्रतिघण्टे की रफ़्तार से पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे बढ़ा है। यह सिस्टम अब पश्चिमी मध्य प्रदेश के काफी करीब पहुँच गया है। यह सिस्टम कमजोर होकर निम्न दबाव में तब्दील हो जाएगा।
इस सिस्टम के प्रभाव से पश्चिमी मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान तथा उत्तरी गुजरात में अगले 24 घंटों तक कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है। जबकि गुजरात के पूर्वी भागों और राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में कल से बारिश में भारी कमी आ जाएगी।
गुजरात के कच्छ क्षेत्र से आमतौर पर मॉनसून की वापसी काफी पहले ही शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। 26 से 30 सितंबर के बीच पिछले 5 दिनों में गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में सामान्य 6.6 मिमी की तुलना में 125 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। गुजरात क्षेत्र में भी 13.3 मिमी के मुक़ाबले 64 मिमी बारिश हुई है।
English Version: Depression over Gujarat weakens but continues to give rain over east and central India
इन भागों में बारिश का कारण है गुजरात पर बना यही डिप्रेशन, जो अब तक धीमी रफ़्तार से आगे बढ़ रहा था। इस सिस्टम ने पहले गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ को बारिश दी और अब गुजरात के पूर्वी भागों के साथ-साथ मध्य भारत के कुछ भागों में बारिश देगा।
अगले 24 घंटों के दौरान बारिश गुजरात, राजस्थान और इससे सटे मध्य प्रदेश के भागों पर होगी उसके बाद मध्य के भीतरी हिस्सों तथा पूर्वी भागों बारिश बढ़ जाएगी।
देश भर के मौसम का हाल जानने के लिए देखें वीडियो
अनुमान है कि 4 अक्टूबर तक बारिश उत्तर प्रदेश और बिहार में भी बढ़ जाएगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में 6 अक्टूबर तक बारिश जारी रहेगी। इन भागों में मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड की जा सकती है। इससे कह सकते हैं कि मध्य और पूर्वी भारत के लिए यह सप्ताह भी अच्छी बारिश वाला होगा।
Image credit: VishwaGujarat
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।