बंगाल की खाड़ी के मध्य पश्चिम में बना डिप्रेशन भारतीय तटों के और करीब आ गया है। यह डिप्रेशन इस समय विशाखापत्तनम से 300 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में है। पारादीप से इसकी दूरी 550 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में है। समुद्री भागों में होने के बाद भी इसके आगे बढ़ने की गति 18 किलोमीटर प्रतिघण्टा है। यह निरंतर उत्तर में बढ़ रहा है और संभावना है कि अगले कुछ घंटों तक इसकी दिशा में बदलाव नहीं होगा।
कुछ समय के पश्चात यह सिस्टम अपनी दिशा बदलेगा और अगले 48 घंटों में उत्तर-पूर्व में मुड़ेगा और रुख बांग्लादेश का करेगा। वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार यह अगले 24 घंटों के दौरान डीप डिप्रेशन का रूप ले सकता है। हालांकि स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इसके चक्रवात बनने के लिए स्थितियाँ अनुकूल नहीं हैं क्योंकि इसे ऊपर से हवाओं का सहयोग नहीं मिल पा रहा है।
स्काइमेट के अनुसार वर्तमान समय में समुद्र इस डिप्रेशन के अनुकूल बना हुआ है क्योंकि समुद्र की सतह का तापमान अधिक है। ऊपर से आने वाली हवाएँ यानि वर्टिकल विंड शीयर 5-10 नॉट्स पर बनी हुई हैं। लेकिन इस सिस्टम के उत्तर और पश्चिम में वर्टिकल विंड शीयर की गति 25 से 30 नॉट्स तक पहुँच रही है जो इस सिस्टम के और प्रभावी होने की दिशा में बाधा बनेगी। इसके मौजूदा स्वरूप और मौसमी परिदृश्य के अनुसार डीप डिप्रेशन बनने की संभावना है लेकिन इसके चक्रवात बनने के आसार कम हैं।
इस सिस्टम के प्रभाव से ओड़ीशा के तटीय भागों और कोलकाता सहित गंगीय पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी बारिश लगातार होती रहेगी। तटीय आंध्र प्रदेश में भी अच्छी वर्षा होने की संभावना है। इस सिस्टम के चलते समुद्र में हलचल काफी अधिक बनी रहेगी जिससे मछुआरों को कम से कम अगले 48 घंटों तक समुद्र में ना जाने की सलाह दी जाती हैं।
Image credit: The Hindu
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