बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में बना निम्न दबाव का क्षेत्र और सशक्त होते हुए डिप्रेशन का रूप ले चुका है। संभावना है कि यह जल्द ही और गहराते हुए डीप डिप्रेशन बन सकता है। इसके प्रभाव से ओड़ीशा के कुछ भागों में भारी मॉनसूनी वर्षा हो रही है। यह सिस्टम इस समय बंगाल की खाड़ी के उत्तर में दिघा से 150 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में और बालासोर से 220 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेगा।
हमारे मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार ओड़ीशा के कई भागों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। राज्य के तटवर्ती भागों में मूसलाधार वर्षा हुई है। बारिश की तीव्रता में धीरे-धीरे और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। मंगलवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान चांदबाली में 168 मिलीमीटर की भारी वर्षा हुई। पारादीप में 102 मिलीमीटर, बालासोर में 90 मिलीमीटर और पुरी में 17 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
यह मौसमी सिस्टम कुछ दिनों से ओड़ीशा के तटों के करीब बना हुआ है जिसके चलते राज्य में कुछ स्थानों पर अच्छी वर्षा हो रही है। ओड़ीशा में अगले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश कई जगहों पर जारी रहेगी। कुछ स्थानों पर काफी तेज़ वर्षा की भी संभावना है। ओड़ीशा में अब तक सामान्य से कम वर्षा हुई है। 16 अगस्त तक के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में सामान्य से 11 फीसदी बारिश कम थी। खाड़ी में विकसित हुए वर्तमान मॉनसूनी सिस्टम के चलते संभावना है कि राज्य में अच्छी बारिश होगी और आंकड़े सामान्य या सामान्य से ऊपर पहुँच जाएंगे।
जैसे ही यह सिस्टम जमीनी भागों पर पहुंचेगा इसके प्रभाव से झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी अच्छी बारिश देखने को मिलेगी। गंगीय पश्चिम बंगाल में इसके चलते वर्षा में बढ़ोत्तरी होगी। साथ ही इस सिस्टम की आगे की दिशा मुख्यतः पश्चिमी रहने के आसार हैं जिससे देश के मध्य भागों में अच्छी बारिश की संभावना बन रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश देने के बाद यह आगे बढ़ेगा और कमजोर होता जाएगा। हालांकि कमजोर होने के बावजूद मध्य प्रदेश के शेष भागों, गुजरात और राजस्थान में कुछ स्थानों पर अच्छी मॉनसून वर्षा इस सिस्टम के प्रभाव से देखने को मिल सकती है।
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