अरब सागर में बना हुआ निम्न दबाव का क्षेत्र बहुत ही जल्द गहरी निम्न दबाव में बदल जाएगा। उसके बाद यह अगले 24 घंटों में एक डिप्रेशन में सशक्त हो सकता है। यह पश्चिम उत्तरपश्चिम दिशा में भारतीय तट से दूर होता जाएगा। इसके प्रभाव से अगले 2 दिनों के दौरान केरल, कर्नाटका तथा महाराष्ट्र के तटों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। मुंबई पुणे तथा एक में भी हल्की वर्षा संभव है। हालांकि इस मौसमी सिस्टम का प्रभाव गुजरात पर बहुत कम देखा जाएगा परंतु फिर भी दक्षिणी जिलों में एक-दो स्थानों पर छिटपुट वर्षा की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
आंध्र प्रदेश के तट के आसपास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है इसके प्रभाव से आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों सहित तमिलनाडु के कुछ भागों में अच्छी बारिश होने की संभावना बनी हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व में बंगाल की खाड़ी पर विकसित हुआ है। इसके प्रभाव से दक्षिण-पूर्व और मध्य बंगाल की खाड़ी में 9 नवंबर के आसपास एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होगा। यह निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए दक्षिण तमिलनाडु के तट तक पहुंच सकता है। तो हम कह सकते हैं कि तमिलनाडु के तटीय इलाकों में अगले कई दिनों तक वर्षा की गतिविधियां जारी रहेगी।
अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी में बनने वाले मौसमी सिस्टम बहुत अधिक प्रभावी नहीं बनेंगे तथा अगले 1 सप्ताह तक दोनों समुद्रों में समुद्री तूफान बनने की संभावना बहुत कम नजर आ रही है।