चक्रवात डे ने पूरे देश में मानसून 2018 को पुनर्जीवित कर दिया है। इस मौसमी प्रणाली की वजह से, मध्य प्रदेश के पूर्वी इलाकों में पिछले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इस बीच, बाकी सभी इलाकों में मौसम लगभग सूखा बना रहा।
गुरुवार को सुबह 08:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान, मलंजखंड में 15 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद सीधी में 13 मिमी, मांडला में 2 मिमी और कुछ अन्य जिलों जैसे उमरिया में नाम मात्र की बारिश दर्ज की गई।
हालांकि उष्णकटिबंधीय तूफान अब कमजोर हो गया है और छत्तीसगढ़ और आसपास के इलाकों में डीप डिप्रेशन के रूप में मौजूद है। यह मौसमी प्रणाली तेज गति से आगे बढ़ रही है और इसके साथ ही इसकी ताकत भी मद्धिम पड़ती जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, शुक्रवार की रात तक यह डिप्रेशन के रूप में मध्य प्रदेश की ओर पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा।
शनिवार तक डिप्रेशन धीरे-धीरे कमजोर होकर निम्न दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएगा। इसके साथ ही मध्य प्रदेश में भारी बारिश की शुरुआत होगी। अगले 24 घंटों के दौरान, मध्य प्रदेश के दक्षिणी और दक्षिणपश्चिम जिलों में सामान्य से भारी बारिश होगी।
हम उम्मीद करते हैं कि 22 सितंबर तक, मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में बारिश कम होना शुरू हो जाएगी। 23 सितंबर तक, पश्चिमी जिलों में भी बारिश कम हो जाएगी, लेकिन पश्चिमी और दक्षिणी इलाकों में मुख़्तलिफ़ जगहों पर बारिश जारी रहेगी।
26 सितंबर के बाद मध्य प्रदेश में मौसम फिर शुष्क हो जायेगा। 28 सितंबर से बारिश हल्की और कमजोर हो जाएगी और मध्यम से भारी बारिश का दौर खत्म हो जायेगा।
26-27 सितंबर तक राज्य में शुष्क पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी हवाएं बहना शुरू हो जाएंगी और आकाश बिल्कुल साफ रहेगा। इस वजह से दिन के तापमान में वृद्धि होगी। सुबह और रात के समय मौसम आराम दायक रहेगा।
Image Credit: Beyondlust
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