उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में कोहरा तेज़ी से बढ़ा है। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में पहले से ही घना कोहरा देखने को मिल रहा है। गुरुवार की सुबह पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कई जगहों पर बेहद घना कोहरा छाया रहा। हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी मध्यम से घना कोहरा बना रहा।
घने कोहरे के चलते पटियाला में आज सुबह दृश्यता घटकर 25 मीटर से भी कम हो गई थी। सुल्तानपुर और अगरतला में भी 50 मीटर से कम दृश्यता रही। बहराइच, वाराणसी और अंबाला में दृश्यता 200 मीटर से कम रिकॉर्ड की गई। लुधियाना, दिल्ली (सफदरजंग), लखनऊ, फ़ुरसतगंज, पटना और गया में हालात कुछ बेहतर रहे और दृश्यता 500 मीटर या उससे कम रही।
जम्मू और कश्मीर के पास एक पश्चिमी विक्षोभ पहुँच गया है जिसके चलते उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाओं की रफ्तार घटी है और पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश के पश्चिमी एवं मध्य हिस्सों में घना कोहरा देखने को मिल रहा है।
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इससे पहले उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में शुष्क और ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चल रही थीं। पिछले 36 से 48 घंटों के दौरान हवाओं के रुख में बदलाव आया है और गति भी कम हुई है। इस समय पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी दिशा से हल्की हवा चल रही है।
पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश पर भी एक चक्रवाती सिस्टम विकसित हो गया। इन दोनों को एक ट्रफ रेखा जोड़ रही है। इसके अलावा पूर्वी दिशा से नम हवाएँ भी इन भागों में पहुँच रही हैं। इन मौसमी सिस्टमों के चलते ही पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा घना कोहरा देखने को मिल रहा है।
स्काइमेट के अनुसार इन भागों में अगले 24 से 48 घंटों तक कोहरे की स्थिति इसी तरह की बनी रहेगी। उसके पश्चात पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार सहित गंगा के मैदानी इलाकों हवाएं फिर से उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने लगेंगी। साथ ही बांग्लादेश पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी निष्प्रभावी हो जाएगा, जिससे पूर्वोत्तर राज्यों में कोहरे में कमी आ जाएगी।
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