दिल्ली-एनसीआर, पंजाब के अधिकांश इलाकों, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान सहित उत्तर भारत के कई स्थानों पर आज घना कोहरा देखने को मिला। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार गंगा के मैदानी इलाकों में हवा की दिशा परिवर्तन के कारण सीज़न में पहली बार कई जगहों पर एक साथ कोहरा छाया। इससे पहले इन भागों में उत्तर-पश्चिमी ठंडी और शुष्क हवाएँ चल रही थीं। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इस समय हवा की दिशा बदलकर दक्षिण-पूर्वी हुई है।
इसके साथ ही पंजाब के पास बने एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते हरियाणा में पिछले 24 घंटों में हल्की वर्षा भी देखने को मिली है। इसके कारण हवा में आर्द्रता बढ़ गई है। तापमान पहले से ही सामान्य से काफी नीचे चल रहे थे। इस मौसमी परिदृश्य के कारण पंजाब में अमृतसर आज दृश्यता गिरकर शून्य पर पहुंच गई थी। इसी तरह हिसार, आगरा, बरेली, सुल्तानपुर, लखनऊ और वाराणसी जैसे कई शहरों में दृश्यता में काफी कमी आई।
कह सकते हैं कि गंगा के मैदानी क्षेत्रों में इस सीजन का सबसे ज्यादा कोहरा पहली बार 3 जनवरी को देखने को मिला। इन भागों में अब तक कोहरे में कमी का कारण है उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र में बारिश ना होना। कोहरा आमतौर पर अच्छा नहीं माना है क्योंकि इससे एक तरफ फसलों को नुकसान होता है तो दूसरी तरफ सड़क हादसे बढ़ जाते हैं। रेल और हवाई सफर भी बुरी तरह प्रभावित होता है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ 4 जनवरी को उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों के पास पहुंचेगा, जो पहाड़ों पर अच्छी बारिश देगा। इसके प्रभाव से पंजाब और आसपास के भागों पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के कारण दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 5 और 6 जनवरी को बारिश होने की संभावना है। बारिश के कारण हवा में नमी काफी बढ़ जाएगी जिससे देश के मैदानी इलाकों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश तक के कई शहरों में 7 जनवरी से घना कोहरा देखने को मिलेगा। अनुमान है कि उस दौरान कई शहरों में दृश्यता कम होने से यातायात पर व्यापक असर देखने को मिलेगा।
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