दिल्ली में बीते लंबे समय से मौसम शुष्क बना हुआ है। जिसके चलते गर्मी भी सामान्य से अधिक पड़ रही है। ऐसा लग रहा है जैसे मॉनसून औपचारिक वापसी से काफी पहले ही लौट चुका है। हालांकि जल्द ही दिल्ली में कुछ बारिश होने के आसार बन रहे हैं।
दिल्ली और इसके आसपास के भागों पर बने कई मौसमी सिस्टमों के चलते राजधानी में बारिश होने की संभावना दिखाई दे रही है। विदर्भ के पास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ था जिसके पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। इस समय दिल्ली में हवाएँ भी पूर्वी बनी हुई हैं। इस बीच पाकिस्तान के मध्य भागों पर एक एंटी-साइक्लोनिक सर्कुलेशन विकसित हो गया है जिससे हरियाणा और दिल्ली की तरफ उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह शुरू हो गया है।
आर्द्र पूर्वी हवाओं और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से दिल्ली और आसपास के भागों में अगले 24 घंटों के पश्चात बादलों की गर्जना होने और हल्की वर्षा होने की संभावना है। ऐसी स्थितियाँ आगामी 24 घंटों के पश्चात अगले 2-3 दिनों तक बनी रहेंगी।
दिल्ली सहित मैदानी इलाकों में कुछ जगहों पर इस संभावित मौसम के बीच अनुमान है कि 5 या 6 अक्टूबर को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पर्वतीय भागों को प्रभावित कर सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के आने के बाद दिल्ली में भी गतिविधियां कुछ बढ़ सकती हैं। हालांकि बारिश का परिदृश्य मॉनसूनी बारिश जैसा नहीं होगा बल्कि कुछ-कुछ जगहों पर हल्की वर्षा दर्ज किए जाने का अनुमान है।
इससे पहले 15 सितंबर के बाद से दिल्ली में कोई विशेष बारिश नहीं दर्ज की गई है। लेकिन संभावित बारिश दिल्ली वालों के लिए खुशी का कारण कम परेशानी का सबब अधिक बन सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि संभावित मौसमी परिदृश्य डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल रहेगा। जो दिल्ली वालों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। ऐसे में आशंका है कि डेंगू और चिकनगुनिया के मामले आने वाले दिनों में बढ़ सकते हैं।
कहते हैं जानकारी ही बचाव है। यह आपको पहले से ही पता है कि डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं। इसलिए आसपास पानी जमा ना होने दें। कूलर और फ्रिज के पीछे बने पानी के ट्रे में दवा डालें। बच्चों के बदन को पूरी तरह ढँक कर रखें। गंदगी के पास और जहां कूड़ा-करकट इकठ्ठा हो ऐसी जगहों पर बच्चों को ना जाने दें।
Image Credit: Rediff.com
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