राजधानी दिल्ली में उम्मीद के अनुसार 16 जुलाई को दिन में छिटपुट बारिश हुई। लेकिन मध्य रात्रि के बाद से और 17 जुलाई की सुबह तक रुक रुक कर रिमझिम मानसूनी बौछारों ने दिल्ली का मौसम सुहाना कर दिया है। देर से ही सही लेकिन दिल्ली में बरसे मॉनसून ने दिल्ली के लोगों को बड़ी राहत दी है। पिछले 24 घंटों में सफदरजंग में 22 मिमी जबकि पालम में 17 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
वर्तमान मौसमी स्थितियां संकेत कर रही हैं कि अगले 48 घंटे तक यानी 18 जुलाई तक इसी तरह रुक-रुक कर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर में बारिश होती रहेगी। इस दौरान दिल्ली के अलावा गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, बल्लभगढ़ और आसपास के इलाकों में बारिश देखने को मिलेगी।
19 जुलाई से राजधानी दिल्ली में मॉनसून की हलचल कुछ कम होने की संभावना है। हालांकि 19 और 20 जुलाई को भी एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। 21 जुलाई से दिल्ली और एनसीआर में मौसम शुष्क हो जाएगा और उसके बाद दो-तीन दिनों तक बारिश की उम्मीद कम है।
दिल्ली में यह बारिश दिल्ली के करीब से गंगा के मैदानी भागों से होते हुए पूर्वोत्तर भारत तक बनी मॉनसून ट्रफ के चलते हो रही है। बंगाल की खाड़ी की तरफ से आर्द्र मॉनसूनी हवाएं चल रही हैं। आज और कल यानी 17 और 18 जुलाई को इसी तरह से पूर्वी हवाएं बनी रहेंगी, बादल बने रहेंगे जिसके कारण रुक-रुक कर कई जगहों पर हल्की और कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा होगी। बारिश दोपहर में या रात में देखने को मिल सकती है।
21 जुलाई से 24 जुलाई तक राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों में मौसम शुष्क हो जाएगा। उसके बाद 24 जुलाई की शाम या रात से मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। उस दौरान फिर से मॉनसून ट्रक दिल्ली के करीब आएगी जिसके कारण उम्मीद है कि 25 जुलाई से अगले कुछ दिनों के दौरान राजधानी के लोगों को अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है।
आपको बता दें कि दिल्ली में आमतौर पर 29 जून को मॉनसून आता है उसके बाद जुलाई और अगस्त वह महीने हैं जब दिल्ली में पूरे साल की सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की जाती है। लेकिन इस बार मॉनसून लगभग 1 सप्ताह की देरी से 5 जुलाई को आया। उसके बाद भी इसने दिल्ली को बारिश के लिए खूब तरसाया। यही वजह है कि दिल्ली में 1 जून से लेकर 16 जुलाई तक बारिश में कमी लगभग 87% की रह गई है।
Image credit: Millennium Post
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