दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी के बाद से ही दिल्ली में मौसम शुष्क और गर्म बना हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी में उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएँ चल रही हैं और अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है। दिल्ली और इससे सटे शहरों के इस मौसम में जल्द बदलाव के संकेत नहीं हैं। हालांकि 8 अक्तूबर से दक्षिण-पूर्वी आर्द्र हवाएँ चलेंगी जिसके चलते रविवार से उमस भी परेशान करेगी।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार ओड़ीशा पर 7 अक्टूबर तक एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो सकता है। यह सिस्टम क्रमशः पूर्वी उत्तर-प्रदेश पर पहुंचेगा। इसके प्रभाव से बंगाल की खाड़ी से उठने वाली आर्द्र हवाओं का प्रवाह दिल्ली तक बढ़ जाएगा। अनुमान है कि 8 सितंबर से उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएँ सुस्त हो जाएंगी और दक्षिण-पूर्वी हवाएँ चलना शुरू हो जाएंगी।
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हवाओं में बदलाव के चलते राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट होने के आसार हैं, लेकिन उमस बढ़ने से इस गिरावट का फायदा लोगों को गर्मी से राहत के रूप में नहीं मिलेगा। बल्कि गर्मी और उमस की जुगलबंदी से मौसम और परेशान करेगा। उत्तर प्रदेश पर पहुँचने वाले संभावित मौसमी सिस्टमों के चलते दिल्ली में अच्छी बारिश की उम्मीद कम है। देश भर में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
हालांकि उत्तर प्रदेश पर मौसमी हलचल बढ़ने के साथ दिल्ली पर बादल देखे जा सकते हैं। स्काइमेट के अनुसार 12 और 13 अक्टूबर को दिल्ली और इससे सटे पश्चिमी शहरों विशेषकर फ़रीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद में आंशिक बादलों के साथ गरज के साथ छिटपुट बौछारें गिरने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
अक्टूबर के पहले पखवाड़े के आखिर में संभावित इस मौसमी बदलाव से दिल्ली वालों को विशेष राहत की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। यानि अक्टूबर के शुरुआती 15 दिन गर्म मौसम के साथ ही विदा हो जाएंगे।
Image credit: The Indian Express
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