पहाड़ों पर बर्फबारी बंद होते ही ठंडी हवाओं ने रविवार की शाम से राजधानी दिल्ली का रुख किया जिससे अचानक सर्दी बढ़ गई। न्यूनतम तापमान में आज सुबह कल के मुक़ाबले 1 डिग्री की कमी आई। सोमवार को दिल्ली की फिज़ाओं में प्रदूषण कम दिखा।
इससे पहले रविवार को दिल्ली और आसपास के शहरों में पीएम 10 और पीएम 2.5 दोनों तरह के प्रदूषक कण में बेतहासा वृद्धि हुई थी। दिल्ली के चाँदनी चौक, दिल्ली विश्वविद्यालय और पीतमपुर सहित कई स्थानों पर पीएम 10, 400 से भी ऊपर रिकॉर्ड किया गया। इसके चलते रविवार को प्रदूषण ख़तरनाक श्रेणी में पहुँच गया था।
दिल्ली में तापमान में कमी-बढ़ोत्तरी, प्रदूषण में कमी या अधिकता और कोहरा सहित सर्दी के मौसम में होने वाले बदलाव का सारा खेल हवाओं के चलते होता है। रविवार की शाम से हवाओं का रुख बदला और उत्तर भारत के पहाड़ों से होकर आ रही ठंडी हवाओं ने दिल्ली-एनसीआर के मौसम का मिजाज बदल दिया। रात से ठंडक बढ़ी और प्रदूषण में काफी कमी देखने को मिली।
जम्मू कश्मीर के पास बना पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल गया है। इसके अलावा मैदानी राज्यों पर भी कोई मौसमी सिस्टम नहीं है। इसके चलते अगले 2-3 दिनों तक उत्तर-पश्चिमी ठंडी और शुष्क हवाएँ चलती रहेंगी। जिससे न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट जारी रहेगी। अनुमान है कि 15 और 16 जनवरी को रात में पारा 5-6 डिग्री और दिन में 20-21 के बीच रिकॉर्ड किया जाएगा। वायु गुणवत्ता सूचकांक भी 200 से 250 के बीच रहेगा।
मौसम एक बार फिर से 17 जनवरी पलटी मारेगा क्योंकि पहाड़ों पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ 16 जनवरी की शाम तक दस्तक देने वाला है। इसके चलते मैदानी इलाकों में हवाओं की रफ्तार और दिशा दोनों बदल जाएगी। उत्तर-पश्चिमी के स्थान पर दक्षिण-पूर्वी हवाएँ चलनी शुरू होंगी। जिससे 17 से प्रदूषण भी बढ़ेगा और पारा भी चढ़ेगा।
Image credit: Travel ID Planet
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।