दिल्ली में लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत मिल गई है। अब बारिश के लिए मौसम अनुकूल बनने वाला है। जल्द ही मौसम में बदलाव दिखाई देगा। बारिश की संभावना 4 और 5 फरवरी को है। ज़्यादातर हिस्सों में 1 से 5 मिलिमीटर की बारिश अपेक्षित है। फरवरी महीने में आमतौर पर बारिश के ओलावृष्टि भी देखने को मिलती है। लेकिन आगामी बारिश के स्पेल में ओले गिरने की संभावना कम है। बारिश की तीव्रता बहुत अधिक नहीं होगी जिससे सामान्य जन-जीवन पर इसके नकारात्मक प्रभाव की आशंका फिलहाल नहीं है।
दिल्ली के लिए सर्दी के सभी महीनों के मुक़ाबले फरवरी सबसे अधिक वर्षा वाला महीना है और पहले सप्ताह में इसकी शुरुआत भी हो रही है। दिल्ली में फरवरी महीने में औसतन 22.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की जाती है। हालांकि प्रायः फरवरी में बारिश के इन आंकड़ों में काफी बड़े उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं और कभी पूरी तरह सूखा बीत जाता है यह महीना तो कभी 100 मिलीमीटर या उससे भी अधिक वर्षा होती है। वर्ष 2017 और 2018 में जहां फरवरी में बिलकुल भी वर्षा नहीं हुई वहीं 2013 में फरवरी में 103 मिलीमीटर की ज़बरदस्त वर्षा देखने को मिली थी।
जनवरी की तुलना में फरवरी में न्यूनतम और अधिकतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाते हैं और औसत अधिकतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान है 10.4 डिग्री सेल्सियस। हालांकि इसमें भी बदलते मौसम के कारण कई बार बड़े उतार चढ़ाव आते हैं। कभी न्यूनतम तापमान बढ़ते हुए 15 डिग्री के स्तर पर पहुँच जाता है तो कभी-कभी माह के आखिरी हफ्ते में भी गिरकर 8 डिग्री के पास आ जाता है।
इस जम्मू कश्मीर के पास एक पश्चिमी विक्षोभ पहुँच गया है और इसके चलते पहाड़ों पर मौसम में बदलाव शुरू हो गया है। अनुमान है कि 3 दिन तक इस सिस्टम का प्रभाव बना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र राजस्थान और आसपास के भागों पर विकसित हो गया है। यह सिस्टम जल्द ही और प्रभावी होगा और पूर्वी दिशा में बढ़ेगा जिससे दिल्ली और आसपास के भागों पर भी बारिश शुरू होगी।
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