[Hindi] घने कोहरे के बीच दिल्ली करेगी नए साल का स्वागत

December 29, 2016 3:11 PM | Skymet Weather Team

बीते कुछ वर्षों से भारत के मौसम में आश्चर्यजनक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। वर्ष 2016 अपने आखिरी पड़ाव पर है, दिसम्बर बीतने को है और नया साल दस्तक देने वाला है लेकिन अब तक उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का अनुभव नहीं हुआ है। दिल्ली में इस सीज़न सबसे कम न्यूनतम तापमान 19 दिसम्बर को 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जिससे राष्ट्रीय राजधानी की सर्दी पसंद करने वाले अब तक निराश ही हैं और यहाँ सामान्य से कम सर्दी पड़ रही है।

हालांकि कोहरे की बात करें तो दिसम्बर के शुरुआती दिनों में दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में कई जगहों पर व्यापक रूप में घना कोहरा बना हुआ था लेकिन इस महीने के पहले सप्ताह के बीतने के बाद से ना तो विशेष कोहरा देखने को मिला है और ना ही अपेक्षित सर्दी पड़ी है।

वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार दिल्ली और आसपास के शहरों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो सकता है, जिससे न्यूनतम तापमान में जल्द गिरावट की उम्मीद कम है। बल्कि इस सिस्टम के प्रभाव से राष्ट्रीय राजधानी में हवाओं के रुख में बदलाव आएगा और दक्षिण-पूर्वी आर्द्र हवाएँ इन भागों को प्रभावित करने लगेंगी जिससे दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फ़रीदाबाद में कोहरा बढ़ने के आसार हैं। अनुमान है की 31 दिसम्बर की रात या 1 जनवरी की सुबह से कोहरे का प्रभाव बढ़ेगा।

इस संभावना को देखते हुए यह कह सकते हैं कि दिल्ली और आसपास के शहरों में लोग नव वर्ष का अभिनंदन कोहरे की चादर में लिपटी सुबह के साथ करेंगे। इस दौरान सुबह और रात का तापमान बढ़ेगा लेकिन लगातार घने कोहरे के चलते दिन में धूप का प्रभाव कम रहेगा जिससे दिन के तापमान में विशेष बढ़ोत्तरी नहीं होगी। बल्कि अधिकतम तापमान कुछ नीचे जा सकता है जिससे दिन और रात के तापमानों के बीच अंतर कम रहेगा और दिन में भी मौसम ठंडा बना रहेगा।

इससे पहले पश्चिम से आने वाले मौसमी सिस्टम, जिन्हें हम पश्चिमी विक्षोभ के नाम से जानते हैं, उत्तर के पर्वतीय राज्यों को विशेष बारिश या बर्फबारी देने में नाकाम रहे हैं। यही वजह है कि उत्तर के पहाड़ों से सर्द बर्फीली हवाएँ मैदानों तक नहीं पहुंची हैं जिससे इन भागों को अभी भी कड़ाके की ठंड का इंतज़ार बना हुआ है।

Image credit: palpalindia.com

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