बीते कुछ दिनों से दिल्ली में बारिश की गतिविधियां छिटपुट जगहों पर ही हो रही हैं, हालांकि इससे उमस के स्तर में कमी बनी हुई है। राजधानी और आसपास के भागों में आने वाले दिनों में अच्छी मॉनसूनी बारिश की संभावना है जिससे तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की जा सकती है।
राजस्थान और गुजरात सहित मध्य भारत के भागों में हो रही भारी मॉनसूनी बारिश के चलते देश भर में बारिश का आंकड़ा सामान्य के आसपास पहुँचने वाला है। दिल्ली में भी अगले 2 दिनों में छिटपुट बारिश उसके बाद भारी बारिश की संभावना है जिससे राष्ट्रीय राजधानी में जुलाई की बारिश का आंकड़ा औसत से ऊपर जा सकता है।
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स्काइमेट के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और सक्रिय मॉनसून रेखा के चलते दिल्ली में मध्य जुलाई तक औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई थी। मध्य जुलाई के बाद से दिल्ली में बारिश की गतिविधियां कम हुई हैं। हालांकि उत्तर भारत के अधिकांश मैदानी भागों की तरह राजधानी में भी आंशिक बादल, हल्की से मध्यम हवाएँ और छिटपुट जगहों पर हल्की बौछारों की गतिविधियां बनी हुई हैं जिससे उमस का स्तर नियंत्रण में है। अनुमान है कि इस सप्ताह के अंत तक दिल्ली में मध्यम बारिश की गतिविधियां लोगों को देखने को मिल सकती है।
इस समय मॉनसून की अक्षीय रेखा दिल्ली के दक्षिण से गुज़र रही है जिससे दिल्ली में शीतल पुरवाई चल रही है और सुबह तथा शाम का मौसम सुहावना बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और गुजरात के ऊपर बना डिप्रेशन अगले 48 घंटों के बाद कमजोर होगा जिससे मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तरवर्ती होकर दिल्ली की तरफ बढ़ना शुरू करेगी। परिणामस्वरूप 31 जुलाई से दिल्ली और आसपास के भागों में बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी।
स्काइमेट का अनुमान है कि अगस्त दिल्ली में अच्छी वर्षा लेकर आएगा जिससे राजधानी में पारा गिरेगा और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
Image Credit: Economictimes