दिल्ली में सोमवार, 9 नवंबर को फिर से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई और यह 10 डिग्री सेल्सियस के स्तर पर पहुंच गया। इस साल की सर्दी में यह दूसरा मौका है जब पारा 10 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है, जो सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम है। इस गिरावट के चलते राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर के क्षेत्रों में समय से पहले शीतलहर जैसे हालात दोबारा बने। इससे पहले दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र पर में 3 नवंबर को सामान्य से 5 डिग्री कम 10 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था।
तापमान में भारी गिरावट के साथ ही दिल्ली और आसपास के शहरों में धुंध और कुहासा भी बढ़ा। कुछ क्षेत्रों में हल्के से मध्यम कोहरा भी दिखा जिसके चलते दृश्यता सुबह के समय घटकर शून्य के स्तर पर पहुंच गई।
तापमान में गिरावट और कोहरा तथा कुहासे के चलते आमतौर पर तापमान में इतनी भारी गिरावट नहीं होती है क्योंकि धुंध और प्रदूषण की मोटी परत पृथ्वी की सतह को तेजी से ठंडा नहीं होने देती और तापमान में भारी गिरावट नहीं होती। लेकिन आज यह अपवाद देखने को मिला। नवंबर के शुरुआती 10 दिनों में ही दो बार शीतलहर जैसे हालात, सामान्य मौसमी घटना नहीं है। तापमान में गिरावट और धुंध, कोहरा, कुहासा तथा प्रदूषण एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। जब तापमान में ज्यादा गिरावट हो जाती है तब प्रदूषण की चादर जल्दी साफ नहीं होती है और दोपहर के समय तक भी यह बनी रहती है।
वर्तमान मौसमी परिदृश्य के आधार पर यह अनुमान है कि तापमान इसी स्तर पर अगले 48 घंटे तक बना रहेगा उसके बाद धीरे-धीरे इसमें बदलाव होना शुरू होगा। दीपावली के आसपास यानि 13-14 नवंबर तक तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी और यह सामान्य के स्तर पर फिर से पहुंच जाएगा क्योंकि हवाओं के रुख में बदलाव होता हुआ नजर आ रहा है।
दिल्ली में भी इस सर्दी के पहली बारिश जल्द
उत्तर भारत में जल्द ही एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर पहुंचेगा। 12 से 14-15 नवंबर तक उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में मौसमी हलचल बढ़ेगी, जिससे उत्तर-पश्चिमी हवाओं की रफ्तार थमेगी। हवाओं की दिशा में भी परिवर्तन होगा और पूर्वी हवाएं दिल्ली-एनसीआर के क्षेत्रों में पहुँचेंगी।
आगामी पश्चिमी विश्व के प्रभाव से दिल्ली और एनसीआर में भी 15 और 16 नवंबर को हल्की बारिश होने की संभावना नजर आ रही है। यह इस साल की सर्दियों की दिल्ली में पहली बारिश होगी। इस बारिश से दिल्ली के मौसम में व्यापक तब्दीली आने की संभावना है। उम्मीद करते हैं कि प्रदूषण के हालात में भी कुछ बदलाव होगा।
Image credit: DNA India
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