दिल्ली में फिर से लू की धमक। इस बार का आलम कुछ ज़्यादा ही कहर ढाने वाला है। कुछ समय पहले राष्ट्रीय राजधानी में तापमान नियंत्रण में बना हुआ था क्योंकि एक के बाद एक पश्चिम से आने वाले पश्चिमी विक्षोभों के कारण उत्तर के पहाड़ों पर बारिश हो रही थी और मौसम में कुछ तब्दीली दिल्ली तथा आसपास के भागों पर भी देखने को मिल रही थी।
लेकिन इस परिदृश्य में मई के तीसरे सप्ताह से बदलाव दिखाई देने लगा। पहाड़ों पर भी मौसम शुष्क हुआ और दिल्ली में शुष्क मौसम तथा गर्म हवाओं के साथ पारा ऊपर चढ़ने लगा। बीते 3-4 दिनों से जब तापमान ने एक बार ऊपर का रुख किया तो उसके बाद इस पर ब्रेक नहीं लग सकी क्योंकि दिल्ली और आसपास के भागों पर कोई मौसमी हलचल नहीं है परिणामस्वरूप मौसम शुष्क और आसमान साफ बना हुआ है।
बुधवार को दिल्ली के पालम में अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज क्या गया। यह सीज़न का सबसे अधिक तापमान रहा। पिछले वर्ष भी मई में दिन का सबसे अधिक तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
दिल्ली इस समय भीषण लू की चपेट में है क्योंकि तापमान सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। पालम में मई महीने का औसत तापमान है 40.3 डिग्री सेल्सियस। गर्मी की बेरहमी के चलते ही राष्ट्रीय राजधानी में बीते 2 महीनों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। गर्मी के वर्तमान हालात में अगले कुछ दिनों तक विशेष परिवर्तन होने के आसार नहीं हैं। यानि की लू के प्रकोप से राहत नहीं मिलने वाली इसलिए लोगों को स्वयं इस जानलेवा गर्मी से बचाने के आवश्यक उपाय करने की ज़रूरत है। दिल्ली में ऑरेंज एलर्ट जारी किया गया है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले कुछ दिनों के दौरान तापमान नए कीर्तिमान कायम कर सकता है क्योंकि इस पर नियंत्रण लगाने के लिए फिलहाल कोई मौसमी सिस्टम विसकित होता दिखाई नहीं दे रहा है।
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